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पाकिस्तान में आखिर कौन थी जनरल रानी, जिक्र होते ही तिलमिला उठे इमरान खान

Apurva Srivastav
2 Jun 2021 7:23 AM GMT
पाकिस्तान में आखिर कौन थी जनरल रानी, जिक्र होते ही तिलमिला उठे इमरान खान
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पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में एक नया बवाल उठ गया है

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में एक नया बवाल उठ गया है. एक पुराने मुद्दे को लेकर वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर की टिप्पणी से प्रधानमंत्री इमरान खान तिलमिला उठा गए हैं. यही नहीं पाकिस्तान सरकार मीडिया का गला तक घोंटने पर उतारू हो गई है. पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर ने सेना पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कह डाला कि हम आपके घर में तो नहीं घुस सकते, लेकिन आपके घर के किस्से जरूर बाहर कर सकते हैं.

आखिर हामिद मीर किस किस्से की बात कर रहे हैं. किसकी बीवी ने किसे गोली मार दी थी? और क्यों? आखिर जनरल रानी कौन थी? आखिर ये मामले क्या हैं…जिसे पाकिस्तान सरकार हमेशा दबाकर रखना चाहती है. ऐसा कौन सा स्याह पन्ना है, जिसे वो दुनिया से छिपाए रखना चाहती है. चलिए हम आपको बताते हैं.
ISI चीफ का कॉलगर्ल कांड
कुछ समय पहले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद के घर गोली चली थी. मगर इस मामले को दबा दिया गया. मीडिया में खबरें आईं कि जनरल ने घर पर कॉलगर्ल को बुलाया था. इसका पता उनकी पत्नी को चल गया है और वह वहां पहुंच गई. यही नहीं उसने वहां गोली चला दी. मगर पाकिस्तान में सेना के दबदबे के चलते इसे दबा दिया गया. हामिद मीर इस मामले का जिक्र कर रहे हैं.
आखिर कौन थी जनरल रानी
यह कहानी है पाकिस्तान के तानाशाह जनरल याह्या खान की करीबी महिला की है. जनरल रानी का असली नाम अकलीम अख्तर था. मगर जनरल से नजदीकियों के चलते उन्हें जनरल रानी कहा जाने लगा. बताते हैं अकलीम की पहली शादी अपने से उम्र में दोगुने शख्स से हुई थी. छह बच्चे भी थे. मगर एक दिन बुर्के को लेकर उठे विवाद के बाद उसने परिवार छोड़ दिया. नाइट क्लबों में जाने के दौरान जनरल याह्या खान की नजर उन पर पड़ी और दोनों की दोस्ती हो गई.
जनरल के बराबर था रुतबा
अकलीम अख्तर का दबदबा इतना बढ़ता चला गया कि लोग अपनी परेशानियों के हल के लिए उनके पास आने लगे. वह काम में भी जनरल रानी साबित होने लगी. 1971 के आसपास उनका दबदबा इतना ज्यादा था कि सेना से लेकर सरकार के शीर्ष अधिकारी उनके पास फरियाद लेकर आने लगे.
ब्रेस्ट कैंसर से हुई मौत
कहा जाता है कि जनरल रानी रसूख वाली राजनीतिक हस्तियों की पार्टियों में डांस पार्टी कराती थीं. भुट्टो के सत्ता में आने के बाद उसे नजरबंद कर दिया गया था. 2002 में 70 साल की उम्र में उसकी कैंसर से मौत हो गई थी.
अब आखिर क्यों उठ रहे ये मुद्दे
दरअसल बीते कुछ समय में पाकिस्तान में पत्रकारों पर हमले बढ़ गए हैं. माना जा रहा है कि इसके पीछे पाक खुफिया एजेंसी ISI है. पिछले हफ्ते असद अली टूर नाम के एक पत्रकार को उनके घर में घुसकर पीटा गया. उनके हाथ-पैर बांध दिए गए और बुरी तरह से घायल कर दिया गया. इसी से पाकिस्तानी मीडिया नाराज है. हामिद मीर ने खुले तौर पर इसे लेकर सेना को चेतावनी दे डाली है.


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