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50 करोड़ साल बाद पूरी तरह एक-दूसरे में समा जाएंगी गैलेक्सी, फिर पता चलेगा मिल्की वे का भविष्य!

Neha Dani
11 Aug 2022 11:40 AM GMT
50 करोड़ साल बाद पूरी तरह एक-दूसरे में समा जाएंगी गैलेक्सी, फिर पता चलेगा मिल्की वे का भविष्य!
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फिलहाल एंड्रोमेडा आकाशगंगा का हेलो (Halo) मिल्की वे के हेलो से टकरा रहा है।

अमेरिका के एक टेलिस्कोप से ली गई अंतरिक्ष की एक नई तस्वीर में एक-दूसरे से जुड़ी हुईं दो आकाशगंगाओं को देखा जा सकता है। ये आकाशगंगाएं अब से करोड़ों साल बाद पूरी तरह एक-दूसरे में समा जाएंगी। इनकी टक्कर से हमारी आकाशगंगा मिल्की वे के भविष्य का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। हवाई में मौनाके के शिखर पर स्थित जेमिनी नॉर्थ टेलिस्कोप ने लगभग 60 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक-दूसरे से जुड़ती इन स्पाइरल गैलेक्सी को देखा है। आकाशगंगाओं, NGC 4567 और NGC 4568 के इस जोड़े को बटरफ्लाई गैलेक्सी भी कहते हैं। गुरुत्वाकर्षण बल के कारण ये एक दूसरे की ओर खिंचने लगीं और इनके संगम के शुरुआत हुई।


सीएनएन की खबर के अनुसार 500 मिलियन साल (50 करोड़ साल) में इन दोनों आकाशगंगाओं का संगम पूरा हो जाएगा और ये आपस में मिलकर एक नई अंडाकार गैलेक्सी बनाएंगी। मौजूदा शुरुआती चरण में दोनों आकाशगंगाओं के केंद्र एक-दूसरे से 20,000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित हैं और दोनों का मूल आकार अभी बरकार है। जैसे-जैसे आकाशगंगाएं आपस में उलझती जाएंगी, गुरुत्वाकर्षण बल के चलते तारों के निर्माण की कई तीव्र घटनाएं देखने को मिलेंगी और आकाशगंगाओं की मूल संरचना बदल जाएगी।

आकाशगंगाओं की टक्कर से बनेगी अंडाकार गैलेक्सी
अन्य आकाशगंगा टकरावों और कंप्यूटर मॉडलिंग की मदद से खगोलविद यह पता लगाने में सक्षम हैं कि स्पाइरल आकाशगंगाओं के संगम से अंडाकार आकाशगंगाएं बनती हैं। इन दोनों के मिलन से बनने वाली गैलेक्सी Messier 89 जैसी दिख सकती है। तारों को जन्म देने वाली अधिकांश गैस को खो देने के बाद Messier 89 गैलेक्सी में नए तारों का जन्म बेहद कम हो गया है। अब यह आकाशगंगा पुराने तारों और प्राचीन क्लस्टरों का घर है।

टक्कर से पता चलेगा मिल्की वे का भविष्य
आकाशगंगाओं के संगम से खगोलविद मिल्की वे के भविष्य का अनुमान लगा सकते हैं क्योंकि हमारी गैलेक्सी अंततः हमारे सबसे बड़े और निकटतम पड़ोसी एंड्रोमेडा गैलेक्सी से टकराएगी। नासा के खगोलविदों ने 2012 में हबल डेटा का इस्तेमाल यह अनुमान लगाने के लिए किया था कि इन दो स्पाइरल आकाशगंगाओं के बीच टक्कर कब हो सकती है। अनुमान है कि यह घटना लगभग 4 से 5 अरब साल के बीच हो सकती है। 2020 में प्रकाशित हबल स्पेस टेलिस्कोप डेटा पर आधारित एक रिसर्च के अनुसार, फिलहाल एंड्रोमेडा आकाशगंगा का हेलो (Halo) मिल्की वे के हेलो से टकरा रहा है।

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