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Afghanistan: बाहर हजारों की भीड़ लेकिन खाली उड़ा विमान, पश्चिमी देशों की सरकारों पर जताई नाराजगी

Shiddhant Shriwas
20 Aug 2021 9:04 AM GMT
Afghanistan: बाहर हजारों की भीड़ लेकिन खाली उड़ा विमान, पश्चिमी देशों की सरकारों पर जताई नाराजगी
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काबुल एयरपोर्ट के बाहर जमा बदहवास लोगों और उनके वहां से निकलने की हरसंभव कोशिशों के फोटो-वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। काबुल: अफगानिस्‍तान (Afghanistan) में रह रहे लोगों के जान पर खेलकर भागने की कोशिशों की फोटो-वीडियो वायरल होने के दौरान एक पूर्व रॉयल मरीन कमांडो की भी अपनी दास्‍तां सामने आई है. पॉल 'पेन' फार्थिंग ने स्काई न्यूज को काबुल हवाई अड्डे (Kabul Airport) की अपनी उस यात्रा के बारे में बताया है जो उन्‍होंने अपनी गर्भवती पत्‍नी को निकालने के लिए की.

बाहर हजारों की भीड़ लेकिन खाली उड़ा विमान

फार्थिंग की पत्‍नी सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमान में सवार होकर अपने देश नॉर्वे जा रही थीं. इसके लिए उन्‍हेें जिस विमान में उड़ने की अनुमति दी गई, वह लगभग खाली था, जबकि एयरपोर्ट पर हजारों लोगों की भीड़ वहां से भागने के लिए बेताब थी. फार्थिंग ने बताया कि एयरपोर्ट पर इतनी अराजकता है कि कई विमानों (Aircrafts) को पूरा भरे बिना ही उड़ाया जा रहा है. उन्‍होंने बताया, 'हर घंटे हवाईअड्डे से विमान उड़ान भर रहे हैं, भले ही वे भरे हों या नहीं. लोगों को एयरपोर्ट में अंदर नहीं जाने दिया जा रहा. हम वहां कई लोगों को छोड़ रहे हैं. हम कुछ भयानक नजारे देखने जा रहे हैं.'

पश्चिमी देशों की सरकारों पर जताई नाराजगी

फार्थिंग ने पश्चिमी देशों की सरकारों पर नाराजगी और अफगानिस्‍तान की स्थिति पर निराशा जताई. यहां के एयरपोर्ट के बाहर जमा लोग यहां से निकलने के लिए बेताब हैं और इस चक्‍कर में कई लोग अपनी जान तक गंवा चुके हैं. कुछ ही दिन अमेरिकी सेना के कॉर्गो प्‍लेन में 640 अफगानों ने उड़ान भरी थी.

रात के अंधेरे में पहुंचे एयरपोर्ट

फार्थिंग बताते हैं, 'रात में एयरपोर्ट जाने के कई खतरे थे लेकिन हम एयरपोर्ट तक पहुंचने और वहां पर हजारों लोगों की भीड़ के बीच रास्‍ता बनाने में कामयाब रहे.'फार्थिंग ने उस खाली विमान की फोटो ट्विटर पर शेयर की है. इस फोटो को देखकर लोग भड़क गए हैं और ऐसे हालातों पर सवाल उठा रहे हैं.

एक व्‍यक्ति ने कमेंट सेक्‍शन में लिखा है, 'यह स्थिति निंदनीय है और इसे कभी दोहराया नहीं जाना चाहिए. सरकार और उच्च पदों पर बैठे लोगों को जमीनी स्‍तर पर आंकलन करने की जरूरत है कि वहां क्‍या हो रहा है.'

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