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अफगानिस्तान: दवा बनाने के लिए जरूरी चीजों की कमी, चिकित्सा आपूर्ति बंद होने से दवा व्यवसाय प्रभावित

Shiddhant Shriwas
17 Oct 2021 3:18 AM GMT
अफगानिस्तान: दवा बनाने के लिए जरूरी चीजों की कमी, चिकित्सा आपूर्ति बंद होने से दवा व्यवसाय प्रभावित
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अगर यही स्थिति जारी रही तो अफगानिस्तान में चिकित्सा आपूर्ति का संकट खड़ा हो सकता है और दवाओं की भारी कमी हो सकती है

अफगानिस्तान के फार्मेसी मालिकों के संघ ने कहा कि चिकित्सा आपूर्ति से लदे 50 से ज्यादा ट्रकों को अज्ञात कारणों से सीमाओं पर रोक दिया गया है। जिसकी वजह से देश में चिकित्सा आपूर्ति की भारी कमी का सामना करना पड़ सकता है। यह जानकारी स्थानीय मीडिया के हवाले से सामने आई है।

टोलो न्यूज के मुताबिक, यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर ट्रकों को अफगानिस्तान में घुसने नहीं दिया गया तो अगले महीने से देश के अंदर चिकित्सा आपूर्ति की भारी कमी हो सकती है। यूनियन के सदस्य अजिजुल्लाह शफीक ने बताया कि दवा फैक्ट्रियों में दवाओं की कमी है और जरूरी दवा इस्तेमाल में ले ली गई हैं।

अगर यही स्थिति जारी रही तो अफगानिस्तान में चिकित्सा आपूर्ति का संकट खड़ा हो सकता है और दवाओं की भारी कमी हो सकती है। टोलो न्यूज ने कहा कि विदेशों से आने वाली अधिकांश चिकित्सा आपूर्ति देश के लिए महत्वपूर्ण है।

दवा बनाने के लिए जरूरी चीजों की कमी

काबुल के रहने वाले शुक्रल्लाह ने बताया डॉक्टर ने मुझे प्रेस्क्रिप्शन दिया है। मैं पिछले तीन दिनों से यह दवा ढूंढ रहा हूं। जरूरी दवा है नहीं। वहीं दवा फैक्ट्री के मालिकों का कहना है कि दवा बनाने के लिए जरूरी चीजों की कमी के चलते कई फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं। मेडिकल फैक्ट्री के चीफ इंस्पेक्टर अब्दुल करीम खोस्ती ने बताया कि उड़ाने रद्द कर दी गई हैं और कई ट्रकों को सीमा पर रोक दिया गया है। अब कई फैक्ट्री दवा बनाने के लिए जरूरी चीजों की कमी का सामना कर रही हैं।

चिकित्सा आपूर्ति बंद होने से दवा व्यवसाय प्रभावित

इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए, फार्मेसी मालिकों ने यह कहते हुए आवाज उठाई है कि सीमा पर चिकित्सा आपूर्ति बंद होने से उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। एक फार्मेसी के मालिक अब्दुल्ला ने कहा कि 'डॉलर की बढ़ती दर और जमीनी सीमाओं को बंद करने और उड़ानों के निलंबन के कारण हमें दवाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है।'

वहीं दूसरी ओर तालिबान के लड़ाके पिछले 10 दिनों में दूसरी बार काबुल स्थित गुरुद्वारे में हथियारों के साथ घुस गए। स्थानीय सिखोंने बताया है कि शुक्रवार को हथियारों के साथ लड़ाके गुरुद्वारा में घुसे और फिर तलाशी ली। साथ ही लोगों को डराया-धमकाया।


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