नई दिल्ली: SCO समिट में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाक पर बिना नाम लिए निशाना साधा है. उन्होंने अपने संबोधन में बोला कि कुछ राष्ट्र सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के इंस्ट्रूमेंट के रूप में उपयोग करते हैं और आतंकवादियों को पनाह दे रहे हैं. आतंकवाद एक प्रमुख खतरा है. इस चुनौती से निपटने के लिए हमें मिलकर लड़ना होगा. SCO को ऐसे राष्ट्रों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए. ऐसे गंभीर विषय पर दोहरे मापदंड के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए. टेरर फाइनेंसिंग से निपटने के लिए हमें आपसी योगदान बढ़ाना चाहिए.
पीएम मोदी ने बोला कि आतंकवाद क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है. इस चुनौती से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई आवश्यक है. आतंकवाद चाहें किसी भी रूप में हो, किसी भी अभिव्यक्ति में हो, हमें इसके विरूद्ध मिलकर लड़ना होगा.
अफगानिस्तान को लेकर कही ये बात
पीएम मोदी ने बोला कि ये आवश्यक है कि अफगानिस्तान की भूमि पड़ोसी राष्ट्रों में अस्थिरता फैलाने या एक्सट्रीमिस्ट विचारधाराओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयोग न की जाए.
पीएम ने बोला कि हिंदुस्तान और अफगानिस्तान के लोगों के बीच सदियों पुराने मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं. पिछले दो दशकों में हमने अफगानिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए सहयोग दिया है. 2021 के घटनाक्रम के बाद भी हम मानवीय सहायता भेजते रहे हैं.
हमारे प्रयासों को दो मूलभूत सिद्धांतों पर आधारित किया: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने ये भी बोला कि पिछले 2 दशक में SCO पूरे एशियाई क्षेत्र में शांति, समृद्धि और विकास के लिए एक जरूरी प्लेटफॉर्म के रूप में उभरा है. हमने हमारे प्रयासों को दो मूलभूत सिद्धांतों पर आधारित किया है, पहला वसुधैव कुटुम्बकम और दूसरा सिक्योर यानी सिक्योरिटी, इकोनॉमिक डेवलपमेंट और अन्य हमारे SCO का विजन है. हिंदुस्तान ने इस दृष्टिकोण के साथ SCO में योगदान के 5 नए स्तंभ बना हैं. स्टार्ट अप एंड इनोवेशन, ट्रेडिशनल मेडिसिन, यूथ इंपावरमेंट, डिजिटल इंक्लूजन और अन्य.
पीएम मोदी ने बोला कि हमें मिलकर यह विचार करना चाहिए कि क्या हम एक संगठन के रूप में हमारे लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में समर्थ हैं? क्या हम आधुनिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं? क्या SCO एक ऐसा संगठन बन रहा है जो भविष्य के लिए पूरी तरह से तैया