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उसने दानिश सिद्दीकी की मौत की जिम्मेदारी तो नहीं ली थी लेकिन कहा था कि वह दुश्मन की गाड़ी पर थे, किसकी गोली से मारे गए, पता नहीं।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना के जाने के बाद से तालिबान का आतंक बढ़ता जा रहा है। इस कट्टरपंथी संगठन ने किस हद तक तबाही मचा रखी है, इसका अंदाजा आंकड़ों से साफ लग रहा है। एक पुलिस चीफ के दावे के मुताबिक तालिबान ने 6 हफ्ते में एक ही प्रांत में कम से कम 900 लोगों की हत्या कर दी है। इनमें पुलिस ऑफिसरों से लेकर आम नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता और मशहूर कमीडियन तक शामिल हैं।
कंधार में उत्पात मचा रहा तालिबान
कंधार पुलिस के पूर्व प्रमुख तादिन खान का दावा है कि प्रांत के ज्यादातर हिस्से पर तालिबान के लड़ाकों का कब्जा है। उन्होंने TOLO न्यूज को बताया है कि स्पिन बोलदक कस्बे में सबसे ज्यादा लोगों की जान गई है। पाकिस्तान की सीमा से लगा यह वही इलाका है जहां भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की बेरहमी से हत्या की गई थी। कमीडियन नजर मोहम्मद को भी घर से निकालकर अगवा किया गया था और फिर मौत के घाट उतार दिया गया था।
सैनिक, सरकारी समर्थक निशाने पर
तालिबान ने ऐसे सैनिकों को भी निशाना बनाया है जो उससे छिपे हुए थे। तादिन का कहना है कि इनमें से कुछ लोगों ने तालिबान के सामने आत्मसमर्पण भी कर दिया होगा। उनसे वादा किया गया कि वह बिना लड़े सुरक्षित अपने घरों को लौट सकते हैं लेकिन उन पर दया नहीं दिखाई गई। धार्मिक स्कॉलर, सरकारी कर्मचारियों और समर्थकों को भी मार दिया गया।
अब भी क्रूर तालिबान
डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान खुद को पहले की तुलना में मॉडर्न दिखाने की कोशिश कर रहा है लेकिन असल में अभी भी उतना ही क्रूर है। रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं को बिना इजाजत घर से निकलने और स्कूल जाने नहीं दिया जा रहा है। उधर, तालिबान इन आरोपों का खंडन करता रहा है। उसने दानिश सिद्दीकी की मौत की जिम्मेदारी तो नहीं ली थी लेकिन कहा था कि वह दुश्मन की गाड़ी पर थे, किसकी गोली से मारे गए, पता नहीं।
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