अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मुजीब, फजल, नवीन पर लगा प्रतिबंध हटाया
काबुल। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तीन राष्ट्रीय खिलाड़ियों मुजीब उर रहमान, फजल हक फारूकी और नवीन उल हक पर पहले लगाए गए प्रतिबंधों को संशोधित कर दिया है, क्योंकि खिलाड़ियों ने नरम रुख अपनाया और केंद्रीय अनुबंध कबूल करने की इच्छा जताई। एसीबी ने कहा कि उसने गहन जांच के बाद खिलाड़ियों को अंतिम चेतावनी …
काबुल। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तीन राष्ट्रीय खिलाड़ियों मुजीब उर रहमान, फजल हक फारूकी और नवीन उल हक पर पहले लगाए गए प्रतिबंधों को संशोधित कर दिया है, क्योंकि खिलाड़ियों ने नरम रुख अपनाया और केंद्रीय अनुबंध कबूल करने की इच्छा जताई। एसीबी ने कहा कि उसने गहन जांच के बाद खिलाड़ियों को अंतिम चेतावनी जारी करने और उनका वेतन काटने का फैसला किया।
बोर्ड ने सोमवार को एक बयान में बताया कि संशोधित प्रतिबंध अब इन खिलाड़ियों को केंद्रीय अनुबंध प्राप्त करने और राष्ट्रीय कर्तव्यों और एसीबी के हितों के प्रति उनकी पूर्ण प्रतिबद्धता सुनिश्चित करते हुए फ्रेंचाइजी लीग में भाग लेने की अनुमति देंगे। खिलाड़ियों के एसीबी के पास बिना शर्त संपर्क करने और फिर से देश का प्रतिनिधित्व करने की तीव्र इच्छा जताने पर एसीबी ने एक व्यापक जांच शुरू की।
एसीबी के बयान में कहा गया है, "हालिया घटनाक्रम के आलोक में खिलाड़ियों के शुरुआती रुख का मूल्यांकन करने और राष्ट्रीय टीम में उनके रहने के महत्व को स्वीकार करने के बाद नियुक्ति समिति ने बोर्ड को अपनी अंतिम सिफारिशें बताईं।" बयान में कहा गया है, "एक अंतिम चेतावनी और वेतन कटौती: प्रत्येक खिलाड़ी को एक अंतिम लिखित चेतावनी मिलेगी और उनकी मासिक कमाई और/या मैच फीस से एक विशिष्ट वेतन कटौती का सामना करना पड़ेगा।" "एसीबी राष्ट्रीय कर्तव्य और एसीबी के हितों को प्राथमिकता देते हुए सम्मानित खिलाड़ियों को सीमित एनओसी जारी करने पर सख्ती से विचार करेगा।"
एसीबी ने कहा, "एसीबी इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन और आयोजनों में अनुशासन की सख्ती से निगरानी करते हुए उन्हें केंद्रीय अनुबंध दे सकती है।" एसीबी के अध्यक्ष मीरवाइज अशरफ ने अफगानिस्तान में खिलाड़ियों के बहुमूल्य योगदान की ओर इशारा किया और कहा कि टीम में उनकी उपस्थिति के महत्व को देखते हुए संशोधन किए गए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि खिलाड़ी टीम की सफलता के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे और अफगानिस्तान को गौरव दिलाते रहेंगे।