अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) तेजी से कब्जा करने में जुटा हुआ है. राजधानी काबुल (Kabul) पर नियंत्रण करने के बाद तालिबान तेजी से देश के अन्य बचे हुए हिस्सों को कब्जा कर रहा है. इसी कड़ी में रविवार को तालिबान ने बगलान प्रांत (Baghlan province) के बन्नू जिले (Bannu district) पर कब्जा कर लिया है. तालिबान ने दावा किया कि उसने बन्नू जिले को अपने नियंत्रण में ले लिया है. चरमपंथी संगठन के लड़ाकों ने कहा कि जिले में फिलहाल क्लियरेंस चल रहा है. गौरतलब है कि पिछले रविवार को तालिबान ने काबुल पर कब्जा जमा लिया था. इसके बाद से ही बड़ी संख्या में लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं.
काबुल समेत देश के प्रमुख शहरों पर तालिबान का कब्जा हो चुका है. कंधार, हेरात जैसे प्रमुख शहरों पर तालिबानी लड़ाकों ने नियंत्रण कर लिया है और तालिबानी झंडे को फहरा दिया है. इन शहरों में तालिबान के कब्जे के बाद से ही डर का माहौल है. तालिबान ने कहा है कि वह इस्लामी कानून के दायरे में रहते हुए शासन चलाएगा. हालांकि, लोगों को इस बात का डर है कि अगर शरिया और इस्लामी कानूनी के दायरे में शासन चलाया जाएगा तो देश की महिलाओं के अधिकारों में कटौती हो सकती है. यही वजह है कि पश्चिमी मुल्कों समेत संयुक्त राष्ट्र अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंतित है.
वहीं, तालिबान के कब्जे के बाद से ही अफगानिस्तान में मानवीय संकट खड़ा हो गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि तालिबान और अफगान सुरक्षा बलों के बीच हुई जंग की वजह से अनगिनत लोग भुखमरी और बीमारी की चपेट में आ गए हैं. WHO के प्रवक्ता तारिक जसारेविक के मुताबिक, अफगानिस्तान की आधी आबादी को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है. इसमें 40 लाख महिलाएं और एक करोड़ बच्चे शामिल हैं. प्रवक्ता ने कहा है कि फिलहाल देश में मानवीय सहायता से ठीक तरह से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का निरंतर काम करना जरूरी है.