विश्व
तालिबान के खिलाफ सड़क पर उतरे अफगानी नागरिक, भीड़ पर चलाई गोलियां
Rounak Dey
18 Aug 2021 10:05 AM GMT
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15 अगस्त की रात को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में भी कब्जा करने के दौरान तालिबानियों ने अफगानिस्तान के झंडे को वहां से हटा दिया था.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में 15 अगस्त को तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद अब अफगानी नागरिकों ने भी विद्रोह करने का मन बना लिया है. अफगानिस्तान के दो बड़े शहरों जलालाबाद और खोश्त में अफगानी नागरिकों (Afghani Citizens) ने बुधवार को देश का झंडा लेकर सड़को पर मार्च निकाला. दोनों शहरों में सैकड़ों की संख्या में अफगानी नागरिक देश का झंडा उठा कर अफगानिस्तान जिंदाबाद के नारों के साथ सड़को पर दिखाई दिए.
प्रदर्शनकारियों पर तालिबानी लड़ाकों ने चलाई गोली
जलालाबाद की सड़कों पर में झंडा लेकर मार्च निकालने के अलावा अफगानी नागरिकों ने जलालाबाद स्क्वायर पर अफगानिस्तान का झंडा लहराया. हालांकि अफगानिस्तान का झंडा लेकर सड़कों पर अफगानियों का मार्च करना तालिबानी लड़ाकों को पसंद नही आया और लड़ाकों ने आम नागरिकों के ऊपर जलालाबाद में गोली चला दी. तालिबानियों की गोलीबारी में कितने लोग हताहत हुए हैं, इसकी जानकारी नही मिल पाई है.
तालिबानियों ने पत्रकारों के साथ भी की मारपीट
तालिबानियों को अफगानिस्तान के झंडे के साथ मार्च इतनी चुभी की तालिबानी लड़ाकों (Talibani Fighters) ने मौके पर मौजूद पत्रकरों को भी नहीं बख्शा और उनके साथ भी मारपीट की. इस दौरान कई पत्रकारों को चोट भी आई.
कब्जा के बाद तालिबानी फहराते हैं अपना झंडा
तालिबान अफगानिस्तान के मौजूदा झंडे की जगह हमेशा से अफगानिस्तान के लिए इस्लामी झंडे की मांग करता आया है. तालिबान अफगानिस्तान के जिन भी इलाकों पर कब्जा करता है, वहां पर उसके लड़ाके अफगान झंडे को हटा कर तालिबानी झंडे को फहरा देते हैं, जिससे इलाके पर उनके नियंत्रण का आगाज हो सके. 15 अगस्त की रात को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में भी कब्जा करने के दौरान तालिबानियों ने अफगानिस्तान के झंडे को वहां से हटा दिया था.
Rounak Dey
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