विश्व

सीक्रेट तरीका अपनाया...अमेरिका ने फिर चौंकाया

jantaserishta.com
31 Aug 2022 4:45 AM GMT
सीक्रेट तरीका अपनाया...अमेरिका ने फिर चौंकाया
x

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक  | DEMO PIC 

नई दिल्ली: अमेरिका की वायुसेना (USAF) ने हाल ही में चुपचाप एक लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है. पिछली साल भी इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था. लेकिन इस बार इसकी रेंज बढ़ी हुई है. मिसाइल को अमेरिकी वायुसेना ने अपने खतरनाक बमवर्षक B-2 स्टेल्थ बॉम्बर (B-2 Stealth Bomber) से मिसाइल को लॉन्च किया था.
इस मिसाइल के बारे में जानकारी अमेरिकी रक्षा कंपनी नॉर्थोप ग्रुमन (Northrop Grumman) ने दी. मिसाइल का नाम है JASSM-ER यानी ज्वाइंट एयर-टू-सरफेस स्टैंडऑफ मिसाइल- एक्सटेंडेड रेंज. इसे बनाया है लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin) कंपनी ने. इसकी रेंज 800-1000 किलोमीटर के आसपास है. क्योंकि साधारण JASSM मिसाइल की रेंज 370 किलोमीटर के आसपास है. कंपनी ने इस मिसाइल की दूरी का खुलासा नहीं किया है. (फोटोः USAF)
कंपनी ने यह जरूर बताया है कि JASSM-ER दुश्मन की सीमा के अंदर चलते-फिरते टारगेट को भी ध्वस्त कर सकता है. यह मिसाइल पहले ही बी-1 बमवर्षक और F-15E स्ट्राइक फाइटर जेट में अमेरिका लगा चुका है. अमेरिकी वायुसेना के पूर्व बी-52 पायलट मार्क गनजिंगर ने कहा कि ऐसी मिसाइलों से यह फायदा होता है कि आप किसी भी दिशा में किसी भी रेंज में हवा से ही मिसाइल दाग सकते हैं.
मार्क कहते हैं कि ऐसी मिसाइलों का फायदा ये होता है कि ये टारगेट को मिस करने का रिस्क नहीं रखती. ज्यादा रिस्क वाले इलाके में भी ये आपको बचा सकती हैं. बी-2 बमवर्षक ने ज्वाइंट एयर-टू-सरफेस स्टैंडऑफ मिसाइल- एक्सटेंडेड रेंज को हवा में छोड़ा. इसके बाद मिसाइल ने टारगेट को सटीकता से निशाना बनाया.
JASSM-ER मिसाइल का वजन 1021 किलोग्राम है. इसकी लंबाई करीब 14 फीट है. यह अपने साथ 450 किलोग्राम का वॉरहेड लेकर जा सकता है. हैरानी की बात ये है कि यह जीपीएस, इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम, टर्मिनल इंफ्रारेड होमिंग ऑटोमैटिक टारगेट रिकगनिशन को आधार बनाते हुए टारगेट को खोजकर उसे खत्म कर देता है.
JASSM-ER मिसाइल देखने में तो सीधी मिसाइल जैसी दिखती है. लेकिन जैसे ही ये ग्लाइड करना शुरू करता है. तब इसमें से विंग्स निकल आते हैं. इसका विंगस्पैन 7.10 फीट है. जो इसे हवा में उड़ने में मदद करते हैं. फिलहाल इसकी गति सबसोनिक ही है. यह ध्वनि की गति के ऊपर नहीं ले जाई गई है. लेकिन इसकी ये गति इसे टारगेट का पीछा करने में मदद करती है.
फिलहाल इस मिसाइल के पुराने वर्जन का उपयोग अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फिनलैंड, पोलैंड कर रहे हैं. भविष्य में जर्मनी इस मिसाइल का उपयोग कर सकती है. अमेरिका ने सीरिया के खिलाफ 2018 में हुए युद्ध में JASSM मिसाइल का उपयोग किया था. ये भी कहा जाता है कि ISIL के लीडर अबु बकर अल-बगदादी को मारने में इसी मिसाइल का उपयोग किया गया था.
अमेरिका की वायुसेना (USAF) ने हाल ही में चुपचाप एक लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है. पिछली साल भी इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था. लेकिन इस बार इसकी रेंज बढ़ी हुई है. मिसाइल को अमेरिकी वायुसेना ने अपने खतरनाक बमवर्षक B-2 स्टेल्थ बॉम्बर (B-2 Stealth Bomber) से मिसाइल को लॉन्च किया था.
इस मिसाइल के बारे में जानकारी अमेरिकी रक्षा कंपनी नॉर्थोप ग्रुमन (Northrop Grumman) ने दी. मिसाइल का नाम है JASSM-ER यानी ज्वाइंट एयर-टू-सरफेस स्टैंडऑफ मिसाइल- एक्सटेंडेड रेंज. इसे बनाया है लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin) कंपनी ने. इसकी रेंज 800-1000 किलोमीटर के आसपास है. क्योंकि साधारण JASSM मिसाइल की रेंज 370 किलोमीटर के आसपास है. कंपनी ने इस मिसाइल की दूरी का खुलासा नहीं किया है.
कंपनी ने यह जरूर बताया है कि JASSM-ER दुश्मन की सीमा के अंदर चलते-फिरते टारगेट को भी ध्वस्त कर सकता है. यह मिसाइल पहले ही बी-1 बमवर्षक और F-15E स्ट्राइक फाइटर जेट में अमेरिका लगा चुका है. अमेरिकी वायुसेना के पूर्व बी-52 पायलट मार्क गनजिंगर ने कहा कि ऐसी मिसाइलों से यह फायदा होता है कि आप किसी भी दिशा में किसी भी रेंज में हवा से ही मिसाइल दाग सकते हैं.
मार्क कहते हैं कि ऐसी मिसाइलों का फायदा ये होता है कि ये टारगेट को मिस करने का रिस्क नहीं रखती. ज्यादा रिस्क वाले इलाके में भी ये आपको बचा सकती हैं. बी-2 बमवर्षक ने ज्वाइंट एयर-टू-सरफेस स्टैंडऑफ मिसाइल- एक्सटेंडेड रेंज को हवा में छोड़ा. इसके बाद मिसाइल ने टारगेट को सटीकता से निशाना बनाया.
JASSM-ER मिसाइल का वजन 1021 किलोग्राम है. इसकी लंबाई करीब 14 फीट है. यह अपने साथ 450 किलोग्राम का वॉरहेड लेकर जा सकता है. हैरानी की बात ये है कि यह जीपीएस, इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम, टर्मिनल इंफ्रारेड होमिंग ऑटोमैटिक टारगेट रिकगनिशन को आधार बनाते हुए टारगेट को खोजकर उसे खत्म कर देता है.
JASSM-ER मिसाइल देखने में तो सीधी मिसाइल जैसी दिखती है. लेकिन जैसे ही ये ग्लाइड करना शुरू करता है. तब इसमें से विंग्स निकल आते हैं. इसका विंगस्पैन 7.10 फीट है. जो इसे हवा में उड़ने में मदद करते हैं. फिलहाल इसकी गति सबसोनिक ही है. यह ध्वनि की गति के ऊपर नहीं ले जाई गई है. लेकिन इसकी ये गति इसे टारगेट का पीछा करने में मदद करती है.
फिलहाल इस मिसाइल के पुराने वर्जन का उपयोग अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फिनलैंड, पोलैंड कर रहे हैं. भविष्य में जर्मनी इस मिसाइल का उपयोग कर सकती है. अमेरिका ने सीरिया के खिलाफ 2018 में हुए युद्ध में JASSM मिसाइल का उपयोग किया था. ये भी कहा जाता है कि ISIL के लीडर अबु बकर अल-बगदादी को मारने में इसी मिसाइल का उपयोग किया गया था.
Next Story