अमेरिका द्वारा इराक व सीरियाई सीमा पर ईरान समर्थित मिलिशिया (लड़ाका) गुटों के ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमलों के एक दिन बाद बदले की कार्रवाई करते हुए अमेरिकी सैनिकों पर भी रॉकेट हमले किए गए। पूर्वी सीरिया में हुए इन हमलों में किसी से हताहत होने की खबर नहीं है। बता दें कि ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों ने हवाई हमलों के बाद अमेरिका से बदला लेने की बात कही थी।
ईरान समर्थक मिलिशिया के सीरिया में अमेरिकी सैनिकों पर रॉकेट बरसाने के बाद अमेरिका की सेना भी हरकत में आई और उसने जवाबी कार्रवाई में सीरियाई गुटों के खिलाफ अपनी तोपों का मुंह खोल दिया। इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी सैन्य मिशन के प्रवक्ता कर्नल वायने मारोट्टो ने ट्विटर पर कहा, सुबह सात बजकर 44 मिनट (स्थानीय समयानुसार) पर सीरिया में अमेरिकी बलों पर रॉकेट से कई हमले हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ और अब इनसे हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। एक दिन पूर्व पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा था कि ये मिलिशिया समूह इराक में अमेरिकी बलों के खिलाफ ड्रोन से हमला करने के लिए इन ठिकानों का इस्तेमाल कर रहे थे।
एटमी समझौते पर अब दूसरा पक्ष ले फैसला : ईरान
ईरान-अमेरिका में एटमी समझौते पर लगातार जारी कोशिशों के बीच विएना में हुई बातचीत के दौरान ईरान ने सभी पक्षों को स्पष्ट कर दिया है कि अब इस फैसला लेने की बारी उनकी है। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीजेदाह ने कहा, ईरान अपना फैसला बता चुका है और अब इस पर अन्य पक्षों को फैसला लेना है।