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लाहौर,(आईएएनएस)| पाकिस्तान के वजीराबाद में बीते वर्ष पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान पर गोलियां चलाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए कथित अकेले शूटर के वकील ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया है। वकीन ने आरोप लगाया है कि जुलूस को मजबूत बनाने के लिए पीटीआई ने वजीराबाद की घटना की साजिश रची थी। जियो न्यूज ने बताया कि आरोपी मोहम्मद नवीद के वकील मियां दाऊद ने लाहौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दावा किया, "जेआईटी (संयुक्त जांच दल) को इमरान खान की इच्छा पर बदला गया था।"
जियो न्यूज ने बताया, "जेआईटी पुख्ता सबूतों को जांच का हिस्सा नहीं मान रही है। जेआईटी और इमरान खान ने मामले को खराब करने की साजिश रची और पुलिस डायरी में मामले की डिटेल के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं।" दाऊद ने यह भी कहा कि आरोपी की रिमांड बढ़ाने की जरूरत नहीं है।
दाऊद ने कहा, "अधिकारी आरोपी की मां को बेहद ठंडे मौसम में बिठाकर अपनी पसंद का बयान देने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहे हैं।" दाऊद ने यह भी आरोप लगाया कि पीटीआई अदालत जाने से इसलिए परहेज कर रही है, क्योंकि उन्होंने घटना को अंजाम दिया।
जियो न्यूज के अनुसार, वकील ने आगे कहा कि वे नहीं मानते कि वजीराबाद हमले में इमरान खान को कोई चोट लगी है, क्योंकि पीटीआई झूठ बोलने में आगे है। जुलूस को मजबूत बनाने के लिए पीटीआई ने वजीराबाद की घटना की साजिश रची थी। दाऊद ने कहा कि वे पीटीआई कार्यकर्ता मोअज्जम गोंडल की 'हत्या' के लिए इमरान खान और उनके गार्ड पर मुकदमा चलाने पर विचार कर रहे हैं।
दाऊद ने कहा कि पीटीआई ने एफआईआर के लिए 30 दिनों की देरी की, लेकिन मोअज्जम की हत्या का आरोप नवीद पर नहीं लगाया जा सकता। दाऊद ने दावा किया, "पीटीआई कल से दूसरे और तीसरे शूटर के बारे में बात कर रही थी, लेकिन इमरान खान के गार्ड के हथियार से मोअज्जम की हत्या हुई। हालांकि, उन्होंने गार्ड के हथियार को फोरेंसिक के लिए नहीं दिया।"
पीटीआई के उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने बुधवार को दावा किया था कि जांच से साबित हुआ है कि खान पर हत्या के प्रयास में तीन हमलावर शामिल थे। चौधरी ने कहा कि खान के गार्ड ने कोई गोली नहीं चलाई, और हमले में तीन प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। जियो न्यूज ने बताया कि योजना खान को मारने और अराजकता फैलाने की थी।
--आईएएनएस
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