जनता से रिश्ता वेबडेस्क| लगभग 80 फीसद अमेरिकियों, जिनमें आधे से अधिक रिपब्लिकन शामिल हैं, उन्होंने 3 नवंबर को हुए राष्ट्रपति-चुनाव में जो बाइडन को विजेता मान लिया है। जो बिडेन को 279 इलेक्टोरल कॉलेज के वोट मिले, जबकि ट्रंप को 214 वोट ही मिले। पॉपुलर वोट के मामले में भी बाइडन आगे रहे। उन्हें 76.3 मिलियन वोट (7.63 करोड़) या कुल 50.7 फीसद मत मिले हैं, जबकि मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 71.6 मिलियन वोट (7.16 करोड़) या 47.6 फीसद मत मिला है।
शनिवार दोपहर से मंगलवार तक चले रायटर/इप्सोस के नेशनल ओपिनियन सर्वे में 79 फीसद अमेरिकी वयस्कों का मानना है कि बिडेन ने व्हाइट हाउस जीत लिया है। 13 फीसद का मानना है कि चुनाव में अभी तक कुछ साफ नहीं है। 3 फीसद का कहना है कि ट्रंप की जीत हुई है, जबकि 5 फीसद का कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ भी नहीं पता।
राष्ट्रपति चुनाव परिणाम कुछ हद तक पार्टी लाइन से अलग रहे। 10 में से लगभग छह रिपब्लिकन और हर डेमोक्रेट ने बिडेन की जीत का दावा किया। एडिसन रिसर्च, जो रायटर और प्रमुख मीडिया आउटलेट्स के लिए एग्जिट पोल आयोजित करता है, उसने शनिवार को दावा किया था कि बाइडन ने पेंसिल्वेनिया में ट्रंप पर बढ़त हासिल करने के साथ ही 270 के लक्ष्य पर औऱ आगे बढ़ गए हैं।
रायटर/इप्सोस पोल पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित किया गया था। सर्वे में 72 फीसद लोगों ने माना कि चुनाव में हारने वाले को अपनी हार स्वीकार करनी चाहिए। 60 फीसद को लगता है कि ट्रंप का कार्यकाल जनवरी में समाप्त हो जाएगा और सत्ता का शांतिपूर्ण परिवर्तन होगा।
हालांकि, अभी तक ट्रंप ने चुनाव नतीजों को मान्यता नहीं दी है। ट्रंप ने वोटों की गिनती से पहले ही अपनी जीत की घोषणा कर दी था। उन्होंने आरोप लगाया था कि मतदाता धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। ट्रंप के इस दावे को उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी समर्थन दिया। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल विलियम बर्र ने वोटिंग अनियमितताओं के आरोपों की संघीय जांच का आदेश दिया है।