दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में अगवा की गई भारतीय मूल की आठ वर्षीय बच्ची को उसके परिवार के पास सुरक्षित लौटा दिया गया है और उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। राइलैंड्स प्राइमरी स्कूल की छात्रा अबीराह देखता (Abirah Dekhta) का चार नवंबर की सुबह उसके स्कूल ट्रांसपोर्ट वाहन से कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने अपहरण कर लिया गया था, जब वह किसी अन्य छात्र की प्रतीक्षा कर रही थी।
अबीराह के माता-पिता कुछ साल पहले भारत से जाकर केप टाउन में बस गए थे। लड़की के पिता शहर में मोबाइल फोन की दुकान चलाते हैं। दक्षिण अफ्रीकी पुलिस सेवा (एसएपीएस) ने पुष्टि की है कि अबीराह को उसके परिवार के पास सुरक्षित लौटा दिया गया है।
पुलिस प्रवक्ता सार्जेंट वेस्ली ट्विग (Sergeant Wesley Twigg) ने मंगलवार को कहा कि विभिन्न विशिष्ट इकाइयों के एसएपीएस सदस्यों और केप टाउन शहर के कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए उसे सोमवार शाम खयेलित्शा में एक झोंपड़ी में पाया। खयेलित्शा केप टाउन के बाहरी इलाके में मुख्य रूप से ब्लैक टाउनशिप है।
वेस्ली ट्विग ने कहा कि लड़की के मिलने के बाद उसे मेडिकल परीक्षण के लिए डॉक्टर के पास भेजा गया। इस बीच, अपहरण की जांच जारी है, पुलिस जासूस वर्तमान में घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को पकड़ने के लिए कई लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। हालांकि एसएपीएस कुछ रिपोर्टों की पुष्टि नहीं कर सका है। केप टाउन के उपनगर गेट्सविले में सप्ताह के अंत में सैकड़ों निवासियों ने पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ एथलॉन में पास एक पुलिस स्टेशन के सामने धरना-प्रदर्शन किया था और पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी। उस समय पुलिस ने बताया था कि तलाशी अभियान के दौरान पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। बच्चे के मिलने के बाद सोमवार रात विरोध-प्रदर्शन की योजना को रद्द कर दिया गया।
पुलिस निरीक्षण और सामुदायिक सुरक्षा के प्रांतीय कार्यकारी अधिकारी रीगन एलन ने इस खबर का स्वागत किया कि अबीराह को सुरक्षित ढूंढ लिया गया और उसे किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है। एलन ने मीडिया को बताया कि एसएपीएस और कानून प्रवर्तन एजेंसियां अभी भी उसके लापता होने की परिस्थितियों की जांच कर रही है। विभिन्न व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है और मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही इस मामले की तह तक पहुंचने में सक्षम होंगे।
इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि बच्चे की रिहाई के लिए फिरौती मांगी गई थी या भुगतान किया गया था। अबीराह के परिवार के एक सदस्य मिया रमजान ने कहा कि परिवार को राहत मिली है कि उनकी बेटी उनके पास वापस आ गई है।
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