विश्व
दवा और वैक्सीन विरोधी एक साल पुरानी पार्टी को कामयाबी, ऐसे रचा इतिहास
Deepa Sahu
9 Dec 2020 1:51 PM GMT
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रोमानिया में पिछले रविवार को हुए संसदीय चुनाव का सबसे हैरतअंगेज पहलू
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : रोमानिया में पिछले रविवार को हुए संसदीय चुनाव का सबसे हैरतअंगेज पहलू वहां एक धुर दक्षिणपंथी पार्टी का उभार है। एलायंस फॉर रोमानियन यूनिटी (एयूआर) नाम की इस पार्टी के बारे में रोमानिया के बाहर पहले बहुत कम जानकारी थी। यह एक उग्र राष्ट्रवादी पार्टी है। इसने 'परिवार, राष्ट्र, धर्म और स्वतंत्रता' के नारे पर चुनाव लड़ा और नौ फीसदी वोट हासिल करने में सफल रही। इस पार्टी का गठन हुए अभी बमुश्किल एक साल हुआ है।
रोमानिया के कानून के मुताबिक कम से कम पांच फीसदी वोट पाने वाली पार्टी को संसद में प्रतिनिधित्व मिलता है। इस लिहाज से एयूआर को अपने पहले चुनाव में ही संसद में पहुंचने का मौका मिल गया है। एयूआर ने दवा, वैक्सीन और लॉकडाउन के खिलाफ अभियान चलाते हुए चुनाव लड़ा। चुनाव में मिली सफलता के बाद पार्टी के संस्थापक जॉर्ज सिमियन ने एक चुनाव सभा में कहा- हम एक ईसाई, राष्ट्रवादी और देशभक्त पार्टी हैँ। सिमियन की उम्र अभी सिर्फ 34 साल है।
इस चुनाव की असल कहानी उनकी सफलता को ही माना जा रहा है। रविवार को 32 फीसदी से भी कम मतदाताओं ने वोट डाले। इसकी वजह कोरोना वायरस महामारी के साथ-साथ स्थापित दलों के प्रति लोगों की उदासीनता को भी माना गया है।
चुनाव परिणाम में पिछड़ने के बाद प्रधानमंत्री लुडोविक ओरबान ने इस्तीफा दे दिया। उनकी नेशनल लिबरल पार्टी को सिर्फ 25 फीसदी वोट मिले। जबकि विपक्षी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी को 30 फीसदी वोट हासिल हुए। एयूआर की सफलता के बारे में बुखारेस्ट यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर क्लाउडिओ टुफिस ने टीवी चैनल यूरोन्यूज से कहा- मैंने इस पार्टी के बारे में पहली बार कुछ महीने पहले ही सुना था। इसके संसद पहुंचने से सार्वजनिक मामलों में उग्रवादी रुख को बल मिलेगा। प्रोफेसर टुफिस ने कहा कि एयूआर का संदेश है कि हमें फर्स्ट ग्रेड के रोमानिया का निर्माण करना है। ऐसी बातों से बड़ी संख्या में लोग आकर्षित होते हैँ।
लुडोविक ओरबान के इस्तीफे के बाद रक्षा मंत्री निकोलाई सिउका को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। ऐसे संभावना है कि हार के बावजूद नेशनल लिबरल पार्टी ही सरकार बनाएगी, क्योंकि दूसरी कई दक्षिणपंथी पार्टियों को अच्छा समर्थन मिला है। इन पार्टियों के विचार सत्ताधारी पार्टी के ज्यादा करीब हैं।
लेकिन देश में इस समय ज्यादा चर्चा इसी बात की हो रही है कि एयूआर को ऐसी कामयाबी कैसे मिल गई। जानकारों ने बताया है कि एयूआर को रोमानिया के शक्तिशाली ऑर्थोडॉक्स चर्च से समर्थन मिला है। चर्च महामारी के दौरान भी धार्मिक समारोह करना चाहता था। एयूआर ने इस मांग का समर्थन किया। इस पार्टी ने बिना मास्क पहने लोगों के साथ रैलियां आयोजित की। साथ ही ये पार्टी समलैंगिक विवाह की विरोधी है। इसके एजेंडे में मोलदोवा गणतंत्र को रोमानिया में मिला लेना भी शामिल है। मोलदोवा फिलहाल स्वतंत्र देश है।
सिमियन के साथ एयूआर के सह-संस्थापक 47 वर्षीय पत्रकार क्लाउडियो तारजिउ हैं, जो कोअलिशन फॉर फैमिली नाम की संस्था के सदस्य रह चुके हैं। इस संस्था ने 2018 में समलैंगिक विवाह पर रोक लगाने के लिए जनमत संग्रह कराने की मांग की थी। उग्र राष्ट्रवादी भावनाओं को उभारते हुए तारजिउ ने अपने भाषणों में एलान किया है कि देश में रूढ़िवादी क्रांति की शुरुआत हो चुकी है। तारजिउ ने एक सभा में कहा था कि एयूआर देश में एकमात्र पार्टी है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की समर्थक है।
एयूआर को बड़ी संख्या में रोमानिया के उन लोगों का समर्थन मिला है, जो विदेश में रहते हैं। कुछ जानकारों का कहना है कि एयूआर को रोमानिया के खुफिया तंत्र का भी समर्थन मिला। जानकारों के मुताबिक रोमानिया में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ी है, जो आधुनिकता को देश के लिए खतरा मानते हैं। ऐसे लोग इस पार्टी के पीछ गोलबंद हो गए हैँ।
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