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पानी में दिखी अजीबोगरीब डिजाइन वाली जेलीफिश, मछलियों की दुनिया में बिल्कुल नई प्रजाति

Neha Dani
5 Aug 2022 6:47 AM GMT
पानी में दिखी अजीबोगरीब डिजाइन वाली जेलीफिश, मछलियों की दुनिया में बिल्कुल नई प्रजाति
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म्यूजियम में विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि यह जीव बहुत बड़ा था और उस पर अलग-अलग निशान थे।

पोर्ट मोर्सबी : पापुआ न्यू गिनी के समुद्री तट पर एक स्कूबा डाइवर को एक अद्भुत जेलीफिश दिखी है जो एक बिल्कुल नई प्रजाति हो सकती है। विशेषज्ञों को संदेह है कि यह जीव संभवतः पहले कभी नहीं देखा गया। शुरुआत में यह माना जा रहा था कि इस प्रजाति को 1997 को सिर्फ एक बार देखा गया था। पापुआ न्यू गिनी के न्यू आयरलैंड प्रांत के काविएंग में स्कूबा वेंचर्स के मालिक, डोरियन बोरचर्ड्स ने इस जीव की खोज की जब वह तैरने के लिए पानी में उतरे थे। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया में एक मछुआरे ने पिछले दिनों एक विशालकाय समुद्री जीव को पकड़ा था जिसका वजन 80 किग्रा के आसपास था। लेकिन सोशल मीडिया ने उसे इतनी बड़ी मछली का शिकार करने के लिए जमकर खरी-खोटी सुनाई थी।



डेलीस्टार की खबर के अनुसार, बोरचर्ड्स ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'आज तैरते वक्त एक नई तरह की जेलीफिश को देखा। इस पर बेहद सुंदर निशान बने हुए थे और यह फुटबॉल की गेंद से थोड़ी बड़ी थी। वे काफी तेज तैर रही थीं।' वह इस इलाके में 20 साल से अधिक समय से तैर रहे हैं लेकिन तीन जेलीफिश के ग्रुप पर बने अजीबोगरीब निशानों को देखकर वह अचंभे में पड़ गए। बोरचर्ड्स और उनकी बेटी ने द जेलीफिश ऐप पर मछली के वीडियो को अपलोड किया जो लोगों को मछली की पहचान करने में मदद करती है।


'पहले कभी नहीं देखी ये मछलियां'
बोरचर्ड्स ने कहा, 'मुझे लगा यह काफी रोचक होगा क्योंकि मैंने इनमें से किसी को पहले कभी नहीं देखा था। इसलिए मैंने इसका वीडियो अपनी बेटी को भेजा जिसने जेलीफिश ऐप डाउनलोड की।' उन्होंने कहा कि इसे पहचानना मुश्किल था इसलिए उसने इसकी फुटेज ऐप पर अपलोड कर दी। सिर्फ आधे घंटे के भीतर उसके पास तस्मानिया से एक जेलीफिश एक्सपर्ट का फोन आ गया।


याद आई 25 साल पहले देखी गई मछली
ऑस्ट्रेलियाई मरीन स्टिंगर एडवाइजरी सर्विसेज की जेलीफिश विशेषज्ञ डॉ लिसा-एन गेर्शविन इस ऐप की को-फाउंडर हैं। शुरुआत में उन्हें लगा कि बोरचर्ड्स ने जिस मछली को देखा उसे 25 साल पहले भी एक बार देखा जा चुका है और इसे किरोडेक्टेस मैक्युलेटस के नाम से जाना जाता है। 1997 में देखी गई उस जेलीफिश को ब्रिस्बेन में क्वींसलैंड म्यूजियम में रखा गया है। म्यूजियम में विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि यह जीव बहुत बड़ा था और उस पर अलग-अलग निशान थे।

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