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पृथ्वी के करीब 16 लाख KMPH की रफ्तार से आ रहा भयंकर सौर तूफान, धरती का बाहरी वायुमंडल हो सकता है गर्म

Gulabi
11 July 2021 1:40 PM GMT
पृथ्वी के करीब 16 लाख KMPH की रफ्तार से आ रहा भयंकर सौर तूफान, धरती का बाहरी वायुमंडल हो सकता है गर्म
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भयंकर सौर तूफान

सूरज की सतह से उठा भयंकर सौर तूफान (Solar Storm) 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है. अंदेशा जताया जा रहा है कि ये तूफान रविवार या सोमवार को किसी भी समय पृथ्वी (Earth) से टकरा सकता है, जिसकी वजह से दुनियाभर की बिजली गुल हो सकती है.

वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस टकराव की वजह से सैटेलाइट सिग्नलों (Satellite Signal) में भी बाधा आ सकती है. वहीं रेडियो सिग्नल, कम्यूनिकेशन और मौसम पर भी इसका सीधा प्रभाव पड़ सकता है. इतना ही नहीं, पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के प्रभुत्व वाले अंतरिक्ष के एक क्षेत्र में इस तूफान का काफी प्रभाव देखने को मिल सकता है
इससे धरती का बाहरी वायुमंडल गर्म हो सकता है जिसका सीधा असर सैटलाइट्स पर पड़ेगा, इससे जीपीएस नैविगेशन, मोबाइल फोन सिग्नल और सैटलाइट टीवी में रुकावट पैदा हो सकती है, पावर लाइंस में करंट तेज हो सकता है. हालांकि आमतौर पर ऐसा कम ही होता है क्योंकि धरती का चुंबकीय क्षेत्र इसके खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करता है
स्पेसवेदर की रिपोर्ट के अनुसार, 1582 में आए महातूफान को दुनिया में देखा गया था. उस वक्त लोगों को ऐसा लगा कि धरती खत्‍म होने वाली है. उस समय के पुर्तगाल के लेखक सोआरेस ने लिखा है, 'उत्‍तरी आसमान में हर तरफ तीन रातों तक बस आग ही आग दिखाई दे रही थी.'
उन्होंने आगे लिखा, 'आकाश का हर हिस्‍सा ऐसा लग रहा था जैसे मानो आग की लपटों में तब्‍दील हो गया हो. मध्‍यरात्रि को भयानक आग की किरणें उभरकर सामने आईं जो बहुत भयानक और डरावनी था
अंतरिक्ष के इस महातूफान को उत्तरी या दक्षिणी लेटिट्यूड पर रहने वाले लोग रात के वक्त खूबसूरत ऑरोरा (Aurora) को देख पाएंगे. यह ध्रुव के पास रात के समय आसमान में चमकने वाली रोशनी होती है.
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