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नॉर्थ कोरियन एजेंट्स ने दिया था झांसा
लॉस एंजिलिस: साल 2017 में नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के सौतेले भाई किम जोंग नाम की मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर नर्व एजेंट से हमला कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले को लेकर अमेरिकी फिल्म डायरेक्टर और डॉक्यूमेंट्री मेकर रेयान व्हॉइट ने 'असासिन्स' नाम से एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है, जिसमें किम जोंग नाम की हत्या से जुड़े कई पहलुओं की जांच की गई है. इस डॉक्यूमेंट्री में कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए गए हैं, क्योंकि रेयान ने इस डॉक्यूमेंट्री में उन दोनों महिलाओं को भी दिखाया है, जो हत्या के आरोपों में पकड़ी गई थीं और फिर रिहा कर दी गईं.
चार साल पहले हुई थी हत्या
किम जोंग नाम पर मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर VX नर्व एजेंट से हमला हुआ था, जिसके कुछ ही सेकंड बाद उनकी मौत हो गई थी. ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. इसमें दो महिलाओं इंडोनेशिया की सिती ऐस्याह और वियतनाम की दोअन थि हुओंग का नाम सामने आया था, जो किम जोंन नाम पर नर्व एजेंट छिड़कते हुए दिखी थी. दोनों महिलाओं को हिरासत में लिया गया था. हालांकि इन्हें मलेशियाई कानून के मुताबिक मौत की सजा मिलने वाली थी, लेकिन उन्होंने जो कहानी बताई, उसके बाद उन्हें साल 2019 में रिहा कर दिया गया था. दरअसल, दोनों को मालूम ही नहीं था कि वो कर क्या रही हैं. क्योंकि दोनों को इस बात का भरोसा दिया गया था कि दोनों एक टीवी रियलिटी शो में हिस्सा ले रही हैं.
नॉर्थ कोरियन एजेंट्स ने दिया था झांसा
बाद में पता चला कि उन्हें नॉर्थ कोरियाई एजेंट्स ने झांसे में लेकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. सिती ऐस्याह को मार्च 2019 में रिहा कर दिया गया था और दोअन थि हुओंग को मई महीने में. सिती के खिलाफ चल रहे हत्या के आरोप को वापस ले लिया गया था. और हुओंग को मामूली सजा मिली थी.
अब आई दूसरी कहानी
अमेरिकी फिल्म डायरेक्टर रेयान व्हॉइट ने अपनी डॉक्यूमेंट्री में दोनों महिलाओं की रिहाई के बाद के घटनाक्रमों को प्रमुखता दी है. इसका नाम 'असासिन्स' है. ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म सिनेमाघरों और ऑन डिमांड वीडियो प्लेटफॉर्म पर आज ही रिलीज हुई है. हालांकि इसमें किम जोंग नाम की हत्या के दृश्यों को भी शामिल किया है. इस डॉक्यूमेंट्री के कुछ हिस्सों पर दोअन ने आपत्ति भी जताई है. रेयान से बातचीत के दौरान दोअन ने कहा कि उनकी वियतनाम लौटने के बाद दी जिंदगी बड़ी अजीब हो गई है. क्योंकि वियतनाम पहुंचने पर वो लोगों से मुस्करा कर मिली थी. ऐसे में लोगों को लगता है कि वो सब मैंने जान बूझकर किया और मुझे उसका कोई अफसोस नहीं है. सच तो ये है कि मुझे अपनी जन्मभूमि पर पहुंचने पर खुशी हुई थी, लेकिन उसे दूसरे अर्थों में मिला गया. इसी वजह से मैं अबतक लोगों के निशाने पर रहती हूं. रेयान ने भी कहा कि दोनों अपने ऊपर चले केसों से छूटकर खुश तो हैं, लेकिन ये भी सच है कि उनकी जिंदगी पहले जैसी नहीं हो सकती.
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