अमेरिका में ओहियो के सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार न्यूड होकर ड्राइविंग करने और इस दौरान खुद को दिखाने के आरोप में एक वकील पर सख्त कार्रवाई की है. कोर्ट ने हैमिल्टन ओहियो के वकील को अनिश्चित काल के लिए सस्पेंड कर दिया है. इस कार्रवाई की मीडिया में खूब चर्चा हो रही है.
5 बार नग्न होकर ड्राइविंग करते पकड़ा गया
Fox8.com की खबर के मुताबिक, उक्त वकील का नाम स्कॉट ब्लौवेल्ट (Scott Blauvelt) है. 50 साल के स्कॉट ब्लौवेट 1997 से न्यायिक क्षेत्र में एक शीर्ष कानून अधिकारी हैं, लेकिन अपनी अजीब हरकत की वजह से वह अक्सर विवादों में रहते हैं. साल 2018 से 2021 के बीच में वह करीब पांच बार न्यूड होकर गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए, जिनमें से तीन बार की घटना पिछले 12 महीनों में ही हुई है. उन पर आरोप है कि न्यूड ड्राइविंग के दौरान वह महिलाओं से अश्लील हरकत भी करते हैं.
इस बार मिली यह सजा
कोर्ट न्यूज ओहियो के अनुसार, पिछले दिनों हुआ यह निलंबन जून 2021 में बटलर काउंटी बार असोसिएशन द्वारा दायर एक शिकायत पर आधारित है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ब्लौवेट को सार्वजनिक अभद्रता के तीन अतिरिक्त मामलों में दोषी ठहराया गया था, क्योंकि उन्हें पहली बार निलंबित किया गया था, लेकिन फिर भी वह नहीं सुधरे. कोर्ट ने इस बार उन्हें कुल 14 दिन की जेल, आर्थिक दंड की सजा सुनाई है.
2018 में पहली बार आया था पकड़ में
वहीं ब्लौवेट ने यह भी स्वीकार किया कि वह सार्वजनिक अभद्रता के अन्य समान कृत्यों में शामिल रह चुका है. हालांकि इनके लिए उसे गिरफ्तार नहीं किया गया था. अक्टूबर 2018 में पहली बार ट्रैफिक स्टॉप के दौरान, ब्लौवेट पर पब्लिक प्लेस पर अभद्रता और लापरवाही से वाहन चलाने का आरोप लगा था. तभी इस बात का पता चला था कि वह न्यूड होकर गाड़ी चला रहा था. जून 2020 में भी न्यूड ड्राइविंग के आरोप में कोर्ट ने उसे दोषी ठहराते हुए दो साल के लिए पूरी तरह से उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया था.
मुश्किल है वकालत करना
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी पाया कि स्कॉट ब्लौवेट बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित है और उसका इलाज भी चल रहा है. उसने कोर्ट में अपने व्यवहार के लिए खेद भी व्यक्त किया, लेकिन कोर्ट ने यह भी नोट किया कि वह अब भी अपने गलत व्यवहार को दोहरा सकता है. इस बार मिली सजा के बाद ब्लौवेट के लिए प्रैक्टिस करना अब आसान नहीं होगा. कानून के अनुसार, उसे फिर से प्रैक्टिस के लिए बहाल होने को कई शर्तों को पूरा करना होगा, जिसमें यह साबित करना शामिल है कि वह कोर्ट के आदेशों का पालन करेगा साथ ही बीमारी से ठीक होने का प्रमाण दिखाएगा.