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पर फायरिंग की गई, लेकिन सभी कर्मचारी सुरक्षित थे और अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए थे।
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने कहा कि कराची में हाल में हुए उपचुनावों के दौरान मतपत्रों की चोरी और हिंसा की जांच के लिए गठिति समिति की रिपोर्ट असंतोष जनक है। एनए-240 (कोरांगी-कराची-।।) में हाल के उपचुनावों के दौरान हुई हिंसा पर क्षेत्रीय चुनाव आयुक्त द्वारा जांच समिति की रिपोर्ट पेश की गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि पुलिस समूहों को नियंत्रित करने में विफल रही, पीठासीन अधिकारी भ्रमित रहे और चोरी किए गए मतपत्रों को वापस करने वाले व्यक्ति का भी पता नहीं चल सका। इस मामले की सुनवाई पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने की।
वीठ ने जारी की चेतावनी
पीठ ने सिंध के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) को चेतावनी जारी की और आदेश दिया कि जिला रिटर्निंग आफिसर (DRO) और रिटर्निंग आफिसर (RO) को अक्षम प्रदर्शन के लिए उपचुनावों के लिए विशेष कर्तव्य अधिकारी (OSD) बनाया जाएगा। राजा ने कहा, 'अगर आगामी स्थानीय निकाय चुनावों और उपचुनावों के दौरान भी यही स्थिति रही तो हम IGP को बदलने के लिए आदेश पारित करेंगे।'
चुनावी प्रक्रिया में बाधा डालने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
पाकिस्तान के CEC ने यह भी घोषणा की कि चुनावी प्रक्रिया में बाधा डालने वाली किसी भी सरकार या राजनीतिक दल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राजा ने कहा, 'अगर आप 7 जुलाई तक व्यस्त हैं तो हम IGP को तलब करें।'
जून में उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा
जून के महीने में, कराची में एनए-240 (कोरंगी कराची II) उपचुनाव के दौरान एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और कम से कम 10 घायल हो गए थे। मुस्तफा कमाल ने अपनी पार्टी के सदस्यों के साथ मतदान केंद्र में प्रवेश करने के बाद चुनाव कर्मचारियों को बंधक बना लिया और कई मतपेटियों को डंडों से तोड़ दिया।
ईधी फाउंडेशन की एम्बुलेंस पर हमला
ईधी फाउंडेशन ने बताया कि लांधी-6 में हिंसा और फायरिंग के दौरान फाउंडेशन की एक एम्बुलेंस, जो घायलों को बचाने के लिए ड्यूटी पर थी, पर फायरिंग की गई, लेकिन सभी कर्मचारी सुरक्षित थे और अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए थे।
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