विश्व
दुनिया का एक ऐसा देश जहां कोरोना नहीं पहुंच सका, जानिए कैसे किया संक्रमण पर नियंत्रण
Renuka Sahu
26 Oct 2021 2:09 AM GMT
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फाइल फोटो
कोरोना वायरस महामारी ने बीते दो सालों में दुनियाभर के ज्यादातर देशों को अपनी चपेट में ले लिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस महामारी ने बीते दो सालों में दुनियाभर के ज्यादातर देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. वहीं कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अभी तक तकरीबन 50 लाख लोगों की मौत हो गई है. कोरोना वायरस के कारण बीते लंबे समय से लोग जहां खुद को अपने घरों में कैद करने को मजबूर हो गए हैं. वहीं दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जो अभी तक कोरोना महामारी से अछूता रहा है. nzherald.co.nz के अनुसार दक्षिणी अटलांटिक महासागर के बीच में सिर्फ 120 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले द्वीप में कोरोना अभी तक नहीं पहुंच पाया है. बताया जा रहा है कि सेंट हेलेना नाम का द्वीप दुनिया के उन कुछ स्थानों में से एक है जहां कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है.
मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग से आजादी
फिलहाल कोरोना महामारी के काल में सेंट हेलेना में एक भी संक्रमण के मामला सामने नहीं आने के कारण यहां अभी तक न तो मास्क पहनने और न ही सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत है. हालांकि यहां के लोगों को व्यक्तिगत तौर पर स्वच्छ रहने की सलाह दी गई है.
पर्यटकों को रहना होता है क्वारंटीन
कोरोना संक्रमण के प्रकोप को रोकने के लिए इस द्वीप पर आने वाले सभी विजिटर्स को मूल रूप से हवाई अड्डे के कर्मचारियों के लिए अस्थायी आवास के रूप में बनाए गए ब्रैडली कैंप में 14 दिनों का आइसोलेशन पूरा करना होता है. हालांकि, इस साल जून में इसे घटाकर 10 दिनों का क्वारंटाइन कर दिया गया था.
ब्रिटेन के ग्रीन जोन में है सेंट हेलेना
ब्रिटेन ने महामारी के दौरान कई देशों के यात्रियों के लिए कड़े नियम बनाए हैं. वहीं दक्षिणी अटलांटिक महासागर के इस द्वीप से वापस ब्रिटेन जा रहे नागरिकों को छूट मिली हुई है. ब्रिटेन ने सेंट हेलेना द्वीप को अपनी लिस्ट में ग्रीन जोन में रखा है. इसी तरह इस द्वीप से लौटने वालों को अमेरिका में क्वारंटाइन करने की आवश्यकता नहीं है.
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