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इसके लड़ाकों का प्रमुख काम है. ये कई बार गांव वालों से खाने-पीने का सामान तक छीन लेते हैं.
लोगों के बीच डर का माहौल पैदा करने के लिए आतंकवादी (Terrorist) बम धमाकों को अंजाम देते हैं. मध्यपूर्व में मौजूद सीरिया, इराक जैसे मुल्कों में आए दिन धमाके होते रहते हैं. यही हाल कुछ अफ्रीकी मुल्कों का है, जहां आतंकी लोगों के बीच भय पैदा करने के लिए बम धमाके करते रहते हैं. अफ्रीका के नाइजीरिया, सोमालिया जैसे मुल्कों में अल-शबाब (Al-Shabaab) और बोको हरम (Boko Haram) जैसे आतंकी संगठन (Terrorist organization) सक्रिय है, जो लोगों को निशाने पर लेते रहते हैं. इनके द्वारा किए गए हमलों में हजारों लोग मारे गए हैं. ऐसा ही एक हमला आज ही के दिन नाइजीरिया (Nigeria) के मैदुगुरी शहर (Maiduguri city) में हुआ, जिसमें 54 लोगों की मौत हो गई और 143 लोग मारे गए.
नाइजीरिया के मैदुगुरी शहर में सात मार्च, 2015 का दिन आम दिनों की तरह ही था, लेकिन आतंकियों के खूनी मंसूबों ने इस दिन को एक रक्तरंजित दिन में तब्दील कर दिया. दरअसल, आतंकियों ने सिलसिलेवार पांच धमाकों से पूरे शहर को हिला कर रख दिया. देखते ही देखते शहर के हर एक कोने से चीख-पुकार की आवाज सुनाई देने लगी. आत्मघाती हमलावरों ने एक ही दिन शहर की पांच जगहों को मासूमों के खून से तरबतर कर दिया. बाद में घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि एक 16 वर्षीय लड़के ने मैदुगुरी के मछली बाजार में घुस कर खुद को बम से उड़ा लिया था. ये शहर में उस दिन हुआ पहला हमला था.
महिला आतंकियों ने भीड़भाड़ वाले इलाके में खुद को उड़ाया
मछली बाजार को खून से रंगने के बाद अगला धमाका एक अन्य भीड़भाड़ वाले बाजार में हुआ. यहां साप्ताहिक बाजार लगा हुआ था, ऐसे में लोगों की भीड़ बहुत अधिक थी. आत्मघाती हमलावर बाजार में घुसे और खुद को बम से उड़ा लिया. यहां दो धमाके हुए, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए. इन दोनों हमलों को महिला आतंकियों ने अंजाम दिया था. वहीं, कुछ घंटे के भीतर ही देश एक शहर में दो जगह आत्मघाती हमले हो चुके थे. शहर में इसकी सूचना तेजी से पहुंच रही थी और लोगों के बीच माहौल तनावपूर्ण हो रहा था. आलम ये हो चुका था कि लोग भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से कतराने लगे थे.
मिलिट्री चेकप्वाइंट को बम से उड़ाया
शहर में अफरा-तफरी का माहौल था, तभी राज्य सुरक्षा विभाग के कार्यालय के बाहर तीसरा धमाका हुआ. इस धमाके में भी दर्जनों लोग घायल हुए. कार्यालय के बाहर खड़े सुरक्षाकर्मी भी इस धमाके के चपेट में आ गए. वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाके के बाद यहां धुएं का गुबार उठने लगा था. दूसरी ओर एक शहर के बस स्टेशन को भी आत्मघाती हमलावर ने निशाना बनाया. शहर अभी चार धमाकों से खुद को उबार ही रहा था कि शहर के बाहर बने एक मिलिट्री चेकप्वाइंट के बाहर कार धमाका हुआ. इस हमले में कई लोग मारे गए और कुछ सैनिक भी बुरी तरह जख्मी हुए.
जान बची लेकिन जीवनभर के लिए हुए विकलांग
पूरे शहर में सुरक्षाकर्मियों को उतार दिया गया, जो पीड़ित लोगों की मदद के लिए जुटे हुए थे. मछली बाजार में दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि धमाके के बाद जमीन पर लाशें और शवों के टुकड़े बिखरे हुए थे. कई लोगों ने मेरी आंखों के सामने दम तोड़ा. वहीं कुछ लोग बुरी तरह जख्मी होकर कराह रहे थे. बचाव दल और सुरक्षाकर्मियों ने घटनास्थल से लाशों को इकट्ठा करना शुरू किया. घायल लोगों को विस्फोट वाली जगह से उठाकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. धुएं और चीख-पुकार के खत्म होने के बाद पता चला कि इन पांच आत्मघाती हमलों के चलते 54 मासूमों ने अपनी जान गंवाई, जबकि 143 लोग बुरी तरह जख्मी हुए. वहीं कुछ लोग ऐसे थे, जो जिंदा तो बच गए, लेकिन जीवनभर के लिए विकलांग हो गए.
बोको हरम के आतंकियों ने दहलाया
मैदुगुरी शहर में इस आत्मघाती हमले को बोको हरम के आतंकियों ने अंजाम दिया था. मैदुगुरी में ही बोको हरम जैसे आतंकी संगठन का बीज डाला गया था. इसके बाद से इस आतंकी संगठन के लड़ाकों ने सशस्त्र हमलाकर शहर पर कब्जा करना का प्रयास किया था. वर्तमान समय में नाइजीरिया के शहर में बोको हरम इतना सक्रिय नहीं है, जितना कि वह रेगिस्तानी गांवों में है. गांवों में लड़कियों को अगवा करना और उन्हें निशाना बनाना इसके लड़ाकों का प्रमुख काम है. ये कई बार गांव वालों से खाने-पीने का सामान तक छीन लेते हैं.
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