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83 करोड़ साल पुराने सेंधा नमक का टुकड़ा, कैसे हुई थी जीवन की उत्पत्ति?

Neha Dani
31 May 2022 3:55 AM GMT
83 करोड़ साल पुराने सेंधा नमक का टुकड़ा, कैसे हुई थी जीवन की उत्पत्ति?
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ऐसे ही 25 करोड़ साल पुराने नमक के क्रिस्टल में भी जीवित बैक्टीरिया मिल चुके हैं।

केनबरा: ऑस्ट्रेलिया में वैज्ञानिकों को 83 करोड़ साल पुराने एक क्रिस्टल में जीवन के रहस्य मिले हैं। इस क्रिस्टल को हैलाइट (Halite) कहा जाता है, जो सेंधा नमक का ही एक रूप होता है। नमक के इब बहुत पुराने टुकड़े में मौजूद फ्ल्यूड में अच्छी तरह से संरक्षित ऑर्गेनिक ठोस पदार्थों की खोज की गई है। इस क्रिस्टल की खोज करने वाले वैज्ञानिकों का दावा है कि नमक में पाई गई चीजें प्रोकैरियोट्स (Prokaryotes) और शैवाल (Algae) की कोशिकाओं की तरह दिखाई दे रही हैं। ऐसे में शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि इसके अंदर अब भी कुछ सूक्ष्मजीव जीवित हो सकते हैं। ऐसे में धरती पर जीवन की उत्पत्ति के राज का पर्दाफाश हो सकता है।

इसी साल 11 मई को हुई थी क्रिस्टल की खोज
इस क्रिस्टल की खोज 11 मई को की गई थी, हालांकि तब वैज्ञानिकों ने उसे सहेजकर रख दिया था। लेकिन अब जियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ अमेरिका के शोधकर्ता इस क्रिस्टल को खोलने की योजना बना रहे हैं। इससे पता चल सकेगा कि क्या इस नमक के टुकड़े के अंदर जीवन अब भी मौजूद है या नहीं। ये सूक्ष्मजीव क्रिस्टल में तरल के सूक्ष्म बुलबुले के भीतर पाए गए थे, जिन्हें फ्लुइड इन्क्लूजन के नाम से जाना जाता है। ये छोटे बुलबुले कॉलोनी में रहने के लिए सूक्ष्म आवास के रूप में कार्य करते हैं।
निष्क्रिय अवस्था में मौजूद हैं ऑर्गैनिक कंपाउंड
वेस्ट वर्जीनिया विश्वविद्यालय के भूविज्ञानी और इस स्टडी की लेखक कैथी बेनिसन ने एनपीआर को बताया कि यह किसी खराब फिल्मी स्टोरी जैसा लगता है। इसके बावजूद लोगों की दिलचस्पी इस टुकड़े के अंदर मौजूद चीजों के बारे में जानने की है। कई वैज्ञानिक तो दशकों से ऐसी खोज पर काम कर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि ब्राउन फॉर्मेशन वाले हैलाइट के अंदर ऑर्गैनिक कंपाउंड निष्क्रिय अवस्था में हैं, लेकिन आशंका यह भी है कि हो सकता है कि ये जीवित हों।
फ्ल्यूड इनक्लूजन में फंस जाते हैं सूक्ष्मजीव
जर्नल जियोलॉजी में प्रकाशित एक रिसर्च पेपर में कहा गया है कि क्रिस्टल समुद्र के नमकीन पानी के वाष्पीकरण से सेंधा नमक बनता है। इस प्रोसेस में पानी का कुछ अंश और जीव फ्ल्यूड इनक्लूजन में फंस सकते हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि नमूनों में किसी प्रकार की कोई खराबी नहीं आई हैं। करोड़ साल बीतने के बाद भी इसे आसानी से पहचाना जा सकता है।
पहले भी मिल चुके हैं करोड़ों साल पुराने सूक्ष्मजीव
वैज्ञानिकों ने पुरानी खोज का हवाला देते हुए कहा कि पहले भी करोड़ों साल पुराने सूक्ष्मजीव मिल चुके हैं। ऐसे में इस बार भी हमें काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने बताया कि पहले की एक स्टडी में 150,000 साल पुराने सेंधा नमक में जीवित सूक्ष्मजीव मिले थे। ऐसे ही 25 करोड़ साल पुराने नमक के क्रिस्टल में भी जीवित बैक्टीरिया मिल चुके हैं।

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