पाकिस्तान में एक बार फिर बड़ा बम धमाका हुआ है। पाक में बलूचिस्तान के केच जिले में सोमवार को हुए इस बड़े ब्लास्ट में 7 लोगों के चीथड़े उड़ गए। इसमें एक गाड़ी को रिमोट कंट्रोल बम से उड़ा दिया गया। इस बम धमाके में जिन 7 लोगों की मृत्यु हुई, उनमें यूनियन काउंसिल बालगुटार के चेयरमैन इशाक याकूब भी शामिल थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पंजगुर के डिप्टी कमिश्नर अमजद सोमरो ने बोला कि इश्तियाक याकूब और एक शादी फंक्शन से लौट रहे अन्य लोगों को ले जा रहे गाड़ी को निशाना बनाने के लिए लुटेरों ने एक रिमोट विस्फोटक उपकरण लगाया था।
रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही गाड़ी बालगुटार क्षेत्र में चकर बाजार पहुंचा, तभी रिमोट से बम ब्लास्ट कर दिया गया। इससे 7 लोगों की जान चली गई। पाक के अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की पहचान मोहम्मद याकूब, इब्राहिम, वाजिद, फिदा हुसैन, सरफराज और हैदर के रूप में हुई है। वे बालगुटार और पंजगुर के रहने वाले थे।
ब्लास्ट में किस संगठन का हो सकता है हाथ?
मृतकों में से 4 की पहचान उनके संबंधियों ने एक हॉस्पिटल में की। बता दें कि इशाक बालगात्री के पिता याकूब बालगात्री और उनके 10 साथी भी सितंबर 2014 में उसी क्षेत्र में मारे गए थे। इसकी जिम्मेदारी प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने ली थी। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, ऑफिसरों को सोमवार की घटना में उसी संगठन के शामिल होने की संभावना है।
पिछले दिनों हुआ था बड़ा बम धमाका, 46 लोगों की हो गई थी मौत
इससे पहले पाक में 30 जुलाई की रात बड़ा आत्मघाती बम विस्फोट हुआ था। एक कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी के सियासी सम्मेलन के दौरान अचानक बम धमाका होने के बाद धमाके से उठे धूल के गुबार के छंटते ही चारों ओर लाशें पड़ी दिखाई दीं। हमले में सैकड़ों लोगों के घायल होने की समाचार है। इस हमले में मरने वालों की संख्या पहले 40 बताई गई थी, फिर बढ़कर 46 के करीब हो गई थी।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की पुलिस ने इस आत्मघाती विस्फोट के पीछे प्रतिबंधित आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) का हाथ कहा था। इस विस्फोट में 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। यह विस्फोट रविवार को तब हुआ, जब कट्टरपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के 400 से अधिक सदस्य खार शहर में एक सभा के लिए एकत्र हुए थे। इस शहर की सीमा अफगानिस्तान से लगती है।