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जिससे शुरु के पांच डिब्बों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है।
ताइवान में कोर्ट ने शनिवार को निर्माण स्थल के प्रबंधक को जमानत पर रिहा कर दिया। उसके ट्रक के कारण शुक्रवार को ट्रेन दुर्घटना होने का शक है। इस दुर्घटना में 51 लोग मारे गए थे। मरने वालों में दो अमेरिकी और एक फ्रांसीसी नागरिक शामिल हैं। यह ताइवान की बीते 70 वर्षो की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना थी। इस दुर्घटना में ट्रेन पटरी पर आ गए ट्रक से टकरा गई थी। इसके बाद ट्रेन बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
शक है कि निर्माण स्थल का प्रबंधक ट्रक का ब्रेक लगाने में विफल रहा, जिसके चलते दुर्घटना हुई। प्रबंधक को लापरवाही के चलते हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जमानत पर रिहा करते हुए कोर्ट ने उसके ताइवान से बाहर जाने पर रोक लगा दी है। दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन में करीब पांच सौ लोग सवार थे। वे ताइपे से आए थे और उन्हें ताइतुंग शहर जाना था। दुर्घटना हुआलिन शहर के पास हुई थी। दुर्घटना में 188 लोग घायल हुए जिनमें से 41 अभी अस्पताल में भर्ती हैं। दुर्घटना को लेकर जांच अभी जारी है।
भारत ने दुर्घटना पर दुख जताया
भारत ने ताइवान में हुई ट्रेन दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर सभी मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई है और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
कैसे हुआ हादसा
बता दें कि यह हादसा शुक्रवार को सरकारी छुट्टी के दिन तोरोको जॉर्ज दर्शनीय क्षेत्र के पास सुबह नौ बजे के करीब हुआ है। हुआलियन काउंटी के बचाव विभाग के मुताबिक ट्रेन के सुरंग से बाहर आते ही ट्रक ऊपर से गिरा जिससे शुरु के पांच डिब्बों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है।
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