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'दुनिया की सबसे पुरानी' बीयर फैक्ट्री की हुई खोज, 'मंदिरों के शहर' में थी 5000 साल पुरानी फैक्ट्री

Neha Dani
14 Feb 2021 10:16 AM GMT
दुनिया की सबसे पुरानी बीयर फैक्ट्री की हुई खोज, मंदिरों के शहर में थी 5000 साल पुरानी फैक्ट्री
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मिस्र (Egypt) में खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों को दुनिया की सबसे पुरानी बीयर |

मिस्र (Egypt) में खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों को दुनिया की सबसे पुरानी बीयर (high-production brewery) बनाने का फैक्ट्री मिली है. ये फैक्ट्री करीब 5 हजार साल पुरानी बताई जा रही है. इसका पता दक्षिणी मिस्र में अमेरिका और मिस्र के पुरातत्वविदों (Egyptian-American team) ने लगाया है. यह प्राचीन मिस्र के सबसे प्रमुख पुरातत्व स्थलों में शुमार एक स्थल पर मिली सबसे पुरानी बियर फैक्ट्री हो सकती है. एक शीर्ष पुरातत्व अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी है.

प्राचीन वस्तुओं की सर्वोच्च परिषद के महासचिव मुस्तफा वजीरी (Archaeologists) ने कहा कि यह फैक्ट्री नील नदी के पश्चिम में प्राचीन कब्रिस्तान एबिडोस में मिली है, जो दक्षिणी काहिरा से 450 किलोमीटर दूर है. उन्होंने कहा कि फैक्ट्री किंग नारमेर के क्षेत्र में स्थित है, जिन्हें पहले वंश काल (3150 ईसा.पूर्व से 2613 ईसा.पूर्व) की शुरुआत में प्राचीन मिस्र के एकीकरण के लिए जाना जाता है. वजीरी ने कहा कि पुरातत्वविदों को आठ इकाईयां मिली हैं. प्रत्येक इकाई 20 मीटर (करीब 65 फुट) लंबी, 2.5 मीटर (करीब आठ फुट) चौड़ी है.

मिट्टी के बर्तन भी खोज में मिले
इनमें मिट्टी के लगभग 40 बर्तन मिले हैं, जो बियर के उत्पादन के लिए अनाज और पानी के मिश्रण को गर्म करने में काम आते होंगे. इस संयुक्त अभियान की सह-अध्यक्षता न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स संस्थान के डॉक्टर मैथ्यू एडम्स और प्रिंस्टन विश्वविद्यालय में प्राचीन मिस्र इतिहास एवं पुरातत्व (Ancient beer factory discovered in Egypt) के सहायक प्राध्यापक डेबोरा विसचाक ने की थी. एडम्स ने कहा कि बियर से होने वाली शाही रस्मों को पूरा करने के लिए इस इलाके में यह फैक्ट्री लगाई गई होगी.

बलि प्रथाओं में होता था इस्तेमाल
उन्होंने कहा कि पुरातत्वविदों को ऐसे सबूत मिले हैं, जो प्राचीन मिस्र में बलि प्रथाओं के दौरान बियर के इस्तेमाल को दर्शाते हैं. प्राचीन वस्तुओं से संबंधित मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटेन (British archaeologists first discovered) के पुरातत्वविदों ने सबसे पहले 1900 की शुरुआत में इस फैक्ट्री के अस्तित्व का उल्लेख किया था, लेकिन उन्हें यह नहीं पता चल सका था कि यह किस जगह मौजूद है. लेकिन अब इसके बारे में पता चल गया है. इसकी कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर इस समय वायरल हो रही हैं.


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