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चीन में उइगर मुस्लिमों के साथ बुरे बर्ताव पर 47 देशों ने जताई चिंता

Subhi
17 Jun 2022 12:43 AM GMT
चीन में उइगर मुस्लिमों के साथ बुरे बर्ताव पर 47 देशों ने जताई चिंता
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दुनिया के 47 देशों ने चीन के पश्चिमी शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकारों के हनन पर चिंता जताई है। साथ ही मांग की है कि संयुक्त राष्ट्र के अधिकार प्रमुख उइगरों के दमन पर लंबे समय से रोकी गई रिपोर्ट प्रकाशित करें। यूएन में डच राजदूत पॉल बेकर्स ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद को बताया कि हम उइगर स्वायत्त क्षेत्र में मानवाधिकारों को लेकर गंभीर रूप से चिंतित हैं।

यूएन में नीदरलैंड्स के राजदूत पॉल बेकर्स ने अमेरिका, ब्रिटेन, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, जापान, इटली, इस्राइल, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, आयरलैंड, डेनमार्क, बेल्जियम समेत 47 देशों की ओर से साझा बयान देते हुए शिनजियांग से आई कई विश्वसनीय रिपोर्टों का जिक्र किया।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेट ने गत माह चीन का दौरा किया था लेकिन यात्रा से पहले व उस दौरान चीन के खिलाफ कुछ न बोलने पर उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा था। उनकी रिपोर्ट तैयार होने के बाद भी प्रकाशित नहीं हुई है। जबकि कई रिपोर्ट बताती हैं कि इस प्रांत में 10 लाख से ज्यादा उइगर मुस्लिम हिरासत में हैं।

अमेरिकी सांसद चीनी निवेश रोक पर सहमत

अमेरिकी सांसदों के द्विदलीय समूह ने कानून पर एक ऐसे समझौते की घोषणा ही है जो सरकार को चीन में अमेरिका के निवेश में अरबों की राशि पर प्रतिबंध की अनुमति देगा।

सीनेटरों ने मीडिया के हवाले से कहा, हमने एक मजबूत व लक्षित निवेश तंत्र बनाने के लिए हितधारकों के साथ रचनात्मक चर्चा की है ताकि सुनिश्चित हो सके कि कहीं हम आर्थिक व राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी विनिर्माण शक्ति विदेशी विरोधियों को तो नहीं सौंप रहे। एजेंसी

शिनजियांग क्षेत्र में नए एयरपोर्ट पर विवाद, ताइवान हमले की तैयारी

शिनजियांग में नए एयरपोर्ट पर विवाद छिड़ गया है। खोजी पत्रिका रिपोर्टिका ने सवाल उठाया, यह एयरपोर्ट रक्षा, हमला या विकास है अथवा कुछ और?

बता दें, चीन ने शिनजियांग क्षेत्र के ताशकतुरगन में ऊंचाई वाले दोहरे इस्तेमाल (सैन्य व हवाई क्षेत्र) वाले हवाई अड्डे का निर्माण पूरा किया है। यह इसलिए भी चिंताकारक है क्योंकि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना को विदेशों में विशेष सैन्य अभियान की अनुमति के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। इसे ताइवान पर हमले की तैयारी माना जा रहा है।


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