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46 लोगों की जान गई, मचा हड़कंप, जानें कैसे?

jantaserishta.com
6 Sep 2022 3:18 AM GMT
46 लोगों की जान गई, मचा हड़कंप, जानें कैसे?
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
पुलिस फोर्स को भी लगाया गया है.
सिचुआन: चीन में इन दिनों प्राकृतिक आपदाओं की मार पड़ रही है. कोरोना संक्रमण के बीच सोमवार को आए भूकंप ने तबाही मचा दी है. चीन के सिचुआन में 6.8 तीव्रता वाले भूकंप से 46 लोगों की जान चली गई. भूकंप का केंद्र लुडिंग काउंटी था. सिचुआन का संकट इसलिए भी बड़ा है क्योंकि ये पहले से ही कोविड-19 के बढ़ते केसों और सूखे की समस्या से जूझ रहा है.
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के मुताबिक भूकंप की वजह से कई लोग घायल हो गए. भूकंप स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर आया. भूकंप का केंद्र लुडिंग काउंटी से 39 किलोमीटर दूर था. भूकंप के केंद्र के 5 किलोमीटर के दायरे में कई गांव आते हैं. भूकंप के झटके सिचुआन प्रांत के चेंगदु में भी महसूस किए गए.
भूकंप की तस्वीरों औऱ वीडियो को लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है, इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि चेंगदु में इमारतें हिलती हुईं नजर आ रही हैं.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भूकंप पीड़ितों की हर संभव सहायता के आदेश दिए हैं. साथ ही कहा कि इस काम को प्रायोरिटी से किया जाए. शी जनिपिंग ने आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय और अन्य विभागों को राहत कार्य के लिए सिचुआन भेजने के आदेश दिए. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स को भी लगाया गया है.
रेड क्रॉस सोसाइटी ऑफ चाइना ने भूकंप के बाद आपातकालीन सेवा शुरू की है. लिहाजा राहत सामग्री के पहले बैच में 320 टेंट, 2,200 राहत पैकेज, 1,200 रजाई और 300 बेड भूकंप प्रभावति क्षेत्र में भेजे गए हैं.
सिर्फ चेंगदु में ही अगस्त के मध्य से कोरोना के एक हजार से ज्यादा केस सामने आए हैं. चेंगदु की आबादी 21 मिलियन है. इसके साथ ही सिचुआन अभूतपूर्व सूखे के संकट का सामना कर रहा है. यहां लंबे समय से बारिश न होने की वजह से किसान परेशान हैं. खेत सूख गए हैं.
सिचुआन प्रांत तिब्बत के पड़ोस में है. साथ ही यह भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील है. यहा 2008 में 8.2 की तीव्रता वाला विनाशकारी भूकंप आया था, जिसमें करीब 69 हजार लोगों की मौत हो गई थी. सिचुआन में 2013 में 7 की तीव्रता से आए भूकंप में 200 लोगों की जान चली गई थी.
चेंगदु में इन दिनों हालात काफी विपरीत हैं. क्योंकि यहां कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन लगा हुआ है. इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में ही रहने के लिए कहा है. जरूरी सामान खरीदने के लिए हर घर से सिर्फ एक व्यक्ति को रोजाना घर से निकलने की अनुमति है. ऐसे में भूकंप से हालात काफी भयावह हो गए हैं.
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