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जो उन्होंने इस कमाई से चुका दिया.
सामंथा का बिजनेस आज पूरे यूरोप में है. उनकी इस कला के लिए लोग उन्हें खुशी-खुशी लाखों रुपये देते हैं. उनके कस्टमर्स वेल्स, स्पेन, पुर्तगाल और फ्रांस से भी आते हैं और एक प्यारा सा मिनी होम को खुद ड्राइव करके अपने साथ ले जाते हैं.
पसंद को बनाया प्रोफेशन
द स्कॉटिश सन में प्रकाशित खबर के मुताबिक समांथा अब पुरानी एंबुलेंस को कैंपरवैन बनाने के इस काम को अपना फुल टाइम प्रोफेशन बना चुकी हैं. जो पुरानी और बेकार पड़ी एंबुलेंसेज को कुछ दिनों की मेहनत में सुंदर कैंपरवैन में बदल देती हैं.
8 एंबुलेंस से शुरुआत
समांथा, इन एंबुलेंस टर्न्ड कैंपरवैन्स को 15 से 20 लाख रुपये में आराम में निकाल देती हैं. वे इन वैन्स को रेनोवेट करने के लिए ज्यादातर पुरानी चीज़ों का इस्तेमाल करती हैं. उसके बाद उसकी पेंटिंग भी खुद करती हैं. यही वजह है कि हर कैंपरवैन अलग लगती है. अब तक वो 8 एंबुलेंस खरीद चुकी हैं और उनमें से 5 पर काम चल रहा है, जबकि 3 एंबुलेंस कैंपरवैन के तौर पर बनकर तैयार हो चुकी हैं.
खुद हो गई थीं हैरान
उन्होंने सबसे पहले साल 2012 में एक एंबुलेंस लंदन में खरीदी थी और उसे तैयार करके उस पर अपना स्टांप लगाकर बेचा था. हालांकि उन्हें तब ये आइडिया नहीं था कि ये उनका बिजनेस बन सकता है. समांथा का कहना है कि उन्हें अपने काम पर भरोसा तो था लेकिन इतनी कामयाबी मिलेगी ये नहीं सोचा था.
'आधी तैयार एंबुलेंस'
समांथा को एक कैंपरवैन बनाने में 6 महीने तक का वक्त लग जाता है. इसे बनाते वक्त वो बाकी सारी दुनिया के काम भूल जाती हैं, यही वजह है कि उनका बनाए मिनी होम बहुत ही सुंदर होते हैं
चुका दिया सारा कर्ज
सामंथा बॉन्ड अपने इसी हुनर के बलबूते अपना अच्छा-खास लोन चुका चुकी हैं. उन्होंने जब ये काम शुरू किया था तो उनके ऊपर 30,000 पाउंड यानि करीब 30 लाख रुपये का कर्ज था. जो उन्होंने इस कमाई से चुका दिया.
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