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यूक्रेन के कीव में रूसी हमलों के बाद की तस्वीरें देखें...
यूक्रेन संघर्ष से प्रभावित 630 भारतीय नागरिकों को लेकर ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय वायुसेना के 3 और C-17 विमान कल देर रात और आज सुबह हिंडन एयरबेस पर पहुंचे। भारतीय वायु सेना ने बताया कि इसके लिए रोमानिया और हंगरी में हवाई क्षेत्रों का इस्तेमाल किया गया।
As part of ongoing #OperationGanga, 3 more IAF C-17 aircraft returned to Hindan airbase late last night and early morning today carrying Ukraine conflict affected 630 Indian nationals, using airfields in Romania and Hungary: Indian Air Force pic.twitter.com/RISuRwJyD7
— ANI (@ANI) March 4, 2022
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने देश में मौजूद यूक्रेन के लोगों को मानवीय सहायता की पेशकश की, जो हजारों लोगों को उनके युद्धग्रस्त देश भेजे जाने से उनकी रक्षा कर सकता है। संघीय कार्यक्रम 'टेंपरेरी प्रोटेक्टेड स्टेटस' (अस्थायी संरक्षित दर्जा) के तहत यूक्रेन के नागरिक 18 महीने तक देश में रह सकते हैं। संरक्षण का पात्र होने के लिए किसी व्यक्ति का कम से कम मंगलवार से अमेरिका में होना आवश्यक है।
The aftermath of Russian strikes in Hatne and suburbs of Kyiv in Ukraine
— ANI (@ANI) March 4, 2022
(Images source: Reuters)#UkraineRussiaConflict pic.twitter.com/3Cwjb7Txrt
यूक्रेन में फंसे 185 यात्रियों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लेकर एक विशेष विमान गुरुवार देर रात मुंबई पहुंचा। केन्द्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने 'एअर इंडिया एक्सप्रेस' के विमान से आए लोगों का हवाई अड्डे पर स्वागत किया। अधिकारी ने बताया कि मुंबई पहुंचा यह चौथा निकासी विमान था। बुडापेस्ट से एक और विमान के शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे यहां पहुंचने की उम्मीद है।
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने गुरुवार को कहा कि नाटो की यूक्रेन में मिसाइल तैनात करने की कभी कोई योजना नहीं थी। स्कोल्ज़ ने गुरुवार देर रात जेडडीएफ ब्रॉडकास्टर को बताया,"वह (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) यूक्रेन में मिसाइलों को तैनात करने की नाटो की योजना को लेकर चिंतित थे, जो मॉस्को को निशाना बना सकती थीं लेकिन किसी की भी ऐसी योजना नहीं थी।" जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने कहा कि यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने का नर्णिय सही कदम है।
jantaserishta.com
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