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यहां पाया गया पृथ्वी का सबसे बड़ा स्तनधारी का 265 लाख साल पुराना अवशेष

Gulabi
18 Jun 2021 4:03 PM GMT
यहां पाया गया पृथ्वी का सबसे बड़ा स्तनधारी का 265 लाख साल पुराना अवशेष
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धरती के सबसे बड़े स्तनधारी का 265 लाख साल पुराना अवशेष मिला है

पेइचिंग: चीन में धरती के सबसे बड़े स्तनधारी का 265 लाख साल पुराना अवशेष मिला है। यह जीव दिखने में आज के गैंडों की तरह था। अवशेषों का अध्ययन करने के बाद इस स्तनधारी का वजन हाथी से चार गुना ज्यादा बताया जा रहा है। आधुनिक समय के गैंडों का यह विशालकाय पूर्वज 26.5 मिलियन साल पहले चीन में घूमा करता था। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के अनुसार, 26 फीट लंबा और 16 फीट ऊंचा यह जीव धरती का सबसे बड़ा स्तनपायी था।

अफ्रीकी हाथियों से चार गुना ज्यादा था वजन
वैज्ञानिकों ने बताया कि Paraceratherium linxiaense नाम के इस विशाल जीव का वजन 24 टन था। यह एक अफ्रीकी हाथी से चार गुना ज्यादा भारी था। अफ्रीका के हाथियों को आज पृथ्वी पर चलने वाला सबसे बड़ा जानवर माना जाता है। 26.5 मिलियन साल पहले बिना सींग वाले ये विशालकाय शाकाहारी जानवर एशिया में घूमते थे।
पेड़-पौधे और पत्तिया खाता था यह जीव
ये जीव पत्तियां, मुलायम पौधे और झाड़ियों को खाने के लिए एक जंगल से दूसरे जंगल का सफर करते थे। इस विशालकाय जानवर के जीवाश्म अवशेष से पता चलता है कि इसकी गर्दन 23 फीट ऊंचे पेड़ों तक पहुंच जाती थी। जिससे यह उनकी नरम पत्तियों और टहनियों को खाता था। इस जीवाश्म की खोज चीन के गांसु में एक प्रागैतिहासिक कब्रिस्तान में की गई है।
ऊंचे गर्दन से जुड़ी थी छोटी सूंड वाली पतली खोपड़ी
चीनी शोधकर्ताओं ने बताया कि इस विचित्र जानवर की खोपड़ी पतली थी। इसकी एक छोटी सूंड और असामान्य रूप से लंबी और मांसल गर्दन थी। यह दोस्ताना व्यवहार रखने वाला एक विशालकाय जीव था। एशियाई महाद्वीप में इन जीवों को प्रागैतिहासिक लकड़बग्घा और विशाल मगरमच्छों का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, ये जीव हिमयुग के ठंड को भी झेले।
रिसर्च टीम के प्रमुख ने बताया
इस रिसर्च के प्रमुख लेखक प्रोफेसर ताओ डेंग ने कहा कि इसका वजन 24 टन था, जो चार अफ्रीकी हाथियों या आठ सफेद गैंडों के कुल वजन के समान था। यह लगभग 16 फीट ऊंचा और 26 फीट लंबा है, लंबे पैर दौड़ने के लिए अच्छे थे। इसका ऊंचा सिर पेड़ के शीर्ष पर पत्तियों तक पहुंचने के लिए कुल 23 फीट तक ऊपर उठता था। प्रोफेसर डेंग ने कहा कि इसकी नाक की सूंड शाखाओं के चारों ओर लपेटने के लिए बेहद उपयोगी थी। इसके सामने के तेज दांत पत्तियों और डालियों को काट डालते थे।
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