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पनडुब्‍बी हादसे का शिकार! नेवी के 22 अफसर की मौत, खुफिया एजेंसियों ने किया सबसे बड़ा खुलासा

jantaserishta.com
4 Oct 2023 8:49 AM GMT
पनडुब्‍बी हादसे का शिकार! नेवी के 22 अफसर की मौत, खुफिया एजेंसियों ने किया सबसे बड़ा खुलासा
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अपने ही जाल में फंसी.
नई दिल्ली: ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों ने समंदर की गहराइयों में चीन की हरकतों को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट प्रकाशित की है. रिपोर्ट के अनुसार चीन ने पीला सागर (Yellow sea) में अपने दुश्मन देशों की पनडुब्बियों को फंसाने और छकाने के लिए एक किस्म का अवरोधक बनाया है जिसे चेन एंड एंकर ट्रैप के नाम से जाना जाता है.
लेकिन दुश्मन के लिए बनाए गए इस ट्रैप में कुछ हफ्तों पहले चीन का एक न्यूक्लियर पनडुब्बी फंस गया. इस घटना में चीन को व्यापक हानि हुई है. ब्रिटेन की एक बेहद खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पानी के अंदर चीन में इस न्यूक्लियर पनडुब्बी के फंसने से चाइनीज नेवी के 22 ऑफिसर, 7 ऑफिसर कैडेट, 9 पेटी ऑफिसर्स, और 17 दक्ष नाविकों की मौत हो गई. इस तरह से इस घटना में चीन के कुल 55 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई है.
फिलहाल चीन ने हमेशा की तरह 21 अगस्त 2023 की इस घटना से इनकार किया है. ब्रिटेन की टॉप क्लास खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि चाइनीज नेवी के ऑफिसरों की मौत की वजह सबमरीन (पनडुब्बी) के ऑक्सीजन सिस्टम में आई खराबी थी. इस तकनीकी खराबी की वजह से पानी के अंदर फंसे सबमरीन का पूरा वातावरण दमघोंटू हो गया है. इस वजह से सैन्यकर्मियों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाया और उनकी मौत हो गई.
ब्रिटेन के अखबार द मिरर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार इस दुर्घटना में मरने वालों में चाइनीज पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी नेवी के सबमरीन संख्या 093-417 के कैप्टन भी शामिल थे.
खास बात यह है कि जब ये घटना हुई तो चीन ने इससे साफ इनकार कर दिया. यही नहीं चीन ने कथित रूप से पनडुब्बी में फंसे नौसैनिकों के रेस्क्यू के लिए किसी भी तरह की विदेशी सहायता लेने से भी इनकार कर दिया. चीन का ये सबमरीन 15 साल से सर्विस में है.
ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी ने इस घटना के बारे में लिखा है, "21 अगस्त को स्थानीय समयानुसार 08:12 बजे पीला सागर में एक मिशन के दौरान एक जहाज पर दुर्घटना हुई, जिसके परिणामस्वरूप 55 चालक दल के सदस्यों की मृत्यु हो गई, जिनमें 22 अधिकारी, 7 अधिकारी कैडेट, 9 छोटे अधिकारी और 17 नाविक शामिल थे. मृतक कैप्टन कर्नल जू योंग-पेंग थे."
रिपोर्ट में आगे लिखा गया है, "ऐसा माना जाता है कि इनकी मौत पनडुब्बी पर हाइपोक्सिया के कारण हुई थी. ये स्थिति सिस्टम फेल्योर के कारण पैदा हुई थी." रिपोर्ट के अनुसार ये पनडुब्बी चीनी नौसेना की ओर से अमेरिकी और दूसरे देशों की पनडुब्बियों को फंसाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली Chain and Anchor obstacle से टकरा गई. इससे इस पनडुब्बी का सिस्टम खराब हो गया. इसकी मरम्मत में और पनडुब्बी को फिर से सतह पर लाने में 6 घंटे लग गए. इस दौरान जहाज का ऑक्सीजन सिस्टम भयावह रूप से खराब हो गया."
बीजिंग ने इस घटना के बारे में अटकलों को पूरी तरह से गलत बताया है और ताइवान ने भी इंटरनेट रिपोर्टों का खंडन किया है. लेकिन यूके का दावा है की उसकी ये रिपोर्ट रक्षा खुफिया जानकारी पर जारी की गई है.
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