जनता से रिश्ता वेबडेस्क| ग्रीस की राजधानी एथेंस में करीब 200 साल बाद पहली मस्जिद शुक्रवार को आम लोगों के लिए खोल दी गई। इस मस्जिद का निर्माण सरकारी धन से किया गया है। इसके निर्माण में लाल फीताशाही, कटौती और धार्मिक और राजनीतिक धड़ों के विरोध के चलते देरी हुई।
एथेंस में पाकिस्तान, सीरिया, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के हजारों मुस्लिम रहते हैं, लेकिन उनके लिए कोई मस्जिद नहीं थी। करीब दो सौ साल पहले ओटोमन साम्राज्य के पतन के बाद यहां कोई मस्जिद नहीं बनी। बता दें कि 1890 में एथेंस में मस्जिद निर्माण की योजना पर काम शुरू हुआ था, लेकिन प्रभावशाली कट्टर ईसाई आबादी और राष्ट्रवादियों के विरोध के चलते इसके निर्माण में देरी हुई। मस्जिद का रंग ग्रे और आकार आयाताकार है और उसमें कोई गुंबद भी नहीं है। इसको लेकर कुछ मुस्लिमों में नाराजगी है।
कोरोना वायरस प्रतिबंधों के कारण सीमित संख्या में उपासक मास्क पहनकर और एक-दूसरे से दूरी का पालन करते हुए प्रार्थनाओं में शामिल हुए। कोरोना वायरस संक्रमणों में वृद्धि को रोकने के लिए 30 नवंबर तक लॉकडाउन लगाया जा रहा है। मस्जिद की संचालन परिषद के एक सदस्य हेइडर अशिर ने कहा, 'यह एथेंस में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, हम इतने लंबे समय से इस मस्जिद का इंतजार कर रहे थे।'
ग्रीस के मुस्लिम एसोसिएशन के प्रमुख नईम एल घंडौर ने कहा, 'यह बिल्कुल प्रार्थना स्थल की तरह नहीं दिखता। यह एक छोटी और चौकोर इमारत है। उन्होंने कहा कि फिलहाल हम घर पर प्रार्थना करेंगे और जैसे ही लॉकडाउन ख्तम होगा, पूजा करने वालों के लिए मस्जिद को फिर से खोल दिया जाएगा।