इस वक्त सीरिया के ऑपरेशन में 184 आतंकवादी मारे जाने की खबर सामने आई है. दरअसल तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने सोमवार को संकेत दिया था कि वह हवाई हमलों से परे और भी कार्रवाई कर सकते हैं। समाचार एजेंसी अनादोलू के अनुसार, राष्ट्रपति एर्दोगन उत्तरी इराक और उत्तरी सीरिया में आतंकवादियों को खत्म करने के लिए एक जमीनी सैन्य अभियान शुरू कर सकते हैं।
कतर से तुर्किये लौटने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए एर्दोगन ने कहा कि यह सिर्फ एक हवाई अभियान तक सीमित नहीं है। जैसा कि हमने पहले कहा है, अगर कोई हमारे देश और भूमि की शांति भंग करता है, तो उसे कीमत चुकानी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे दक्षिणी इलाके में आतंकवादी संगठन हैं, जो कई हमलों की योजना बना रहे हैं या जो इस तरह के हमलों को अंजाम देते हैं और खतरा पैदा करते हैं।
अनादोलू एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्किये के राष्ट्रपति की यह टिप्पणी इराक और सीरियाई सीमाओं पर अवैध ठिकाना बनाने वाले कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके)/वाईपीपी के खिलाफ ऑपरेशन क्लॉ-स्वॉर्ड, एक क्रॉस-बॉर्डर हवाई अभियान शुरू करने के बाद आई है। तुर्किये का हवाई अभियान पिछले रविवार को हुए उस आतंकवादी हमले के बाद चलाया गया था, जिसने इस्तांबुल के भीड़ भरे इस्तिकलाल एवेन्यू को हिलाकर रख दिया था और जिसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 81 घायल हो गए थे।
हमले के बाद तुर्किये पुलिस ने इस्तांबुल की इस्तिकलाल सड़क पर बम लगाने वाले संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया था। सीएनएन ने रविवार को तुर्किये के उपराष्ट्रपति फुअत ओकटायस के हवाले से कहा कि हम इसे एक आतंकवादी हमला मानते हैं, एक महिला हमलावर ने यह बम विस्फोट किया। तुर्किये के न्याय मंत्री बेकिर बोजदाग ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को 40 मिनट से अधिक समय तक बेंच पर बैठे और फिर विस्फोट से एक या दो मिनट पहले उठते हुए, एक बैग या प्लास्टिक की थैली को पीछे छोड़ते हुए देखा गया है। उन्होंने आगे बताया कि हमले में शामिल होने के संदेह पर एक महिला को हिरासत में लिया गया था।
सीएनएन के अनुसार, बोजदाग ने निजी स्वामित्व वाले ए हैबर समाचार चैनल को दिए एक साक्षात्कार में टिप्पणी करते हुए कहा कि तुर्किये सुरक्षा बलों का मानना है कि महिला संदिग्ध है, और अधिकारी उसकी जांच कर रहे हैं। समाचार एजेंसी अनादोलु की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्किये के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा के अधिकार के अनुरूप ऑपरेशन किया गया था।