नेपाल में पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश के बाद भूस्खलन एवं बाढ़ आने से कम से कम 18 लोगों की जान चली गई, जबकि 21 अन्य लापता हैं। पुलिस ने रविवार को बताया कि पिछले सप्ताह नेपाल में मूसलाधार वर्षा हुई, इससे बड़े पैमाने पर बाढ़ आयी एवं अहम बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा।
उन्होंने बताया कि यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर पूरब में सिंधुपालचौक जिले में भूस्खलन एवं बाढ़ से चार व्यक्तियों की, डोटी में तीन तथा सप्तारी, कावरे, गोरखा, कासकी, अर्घखाची, पालपा, प्यूथान, जुमला, कालीकोट, बाझांग और बजूरा जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, सिंधुपालचौक के मेलामची क्षेत्र में 20 लोग और बाजूरा में एक व्यक्ति लापता है। इस बीच, सिंधुपालचौक स्थित तातोपानी सीमा चौकी को शनिवार से बंद कर दिया गया है, क्योंकि लारचा एवं कोडारी बाजार क्षेत्र के बीच की सड़कें बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है।
अभी तक हमें संपत्तियों के नुकसान संबंधित रिपोर्ट नहीं मिली है। सरकार राहत और बचाव कार्य पर ध्यान दे रही है। साथ ही प्रभावित इलाकों में राहत सामग्रियां भिजवाई जा रही हैं। अब तक इस प्राकृतिक आपदा में 21 लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मंत्रालय के प्रवक्ता जनकराज दहल ने बताया कि सिंधुपालचोक व मनंग जिलों में जान माल की हानि की रिपोर्ट मिली है। नेपाल मौसम विभाग के अनुसार देश में 1 जून से मानसून आया है और यह करीब 3 माह तक रहेगा। तेज बारिश के चलते इंद्रावती नदी के बेसिन के निचले इलाकों में पानी भर गया है।
1,000 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा था
नेपाली सेना और नेपाल पुलिस ने बाढ़ में फंसे कुल 74 लोगों को हेलिकॉप्टर से बचाने का दावा किया है। बाढ़ से लगभग 200 परिवार विस्थापित हो गए हैं जबकि 1,000 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।