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इजरायल के पास अभी करीब 80 फलस्तीनियों के शव हैं.
इजरायली अधिकारियों ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक पर कथित रूप से हमला करने वाले 14 साल के फलस्तीनी लड़के के शव के स्थान पर गलती से किसी और का शव सौंप दिया था. अब उन्होंने अपनी गलती सुधारते हुए लड़के के परिवार को उनके बच्चे का शव लौटा दिया है. अमजद अबु सुल्तान (Amjad Abu Sultan) पिछले महीने कथित रूप से हमला करते समय मारा गया था.
वेस्ट बैंक के बेथलहम शहर के पास एक इजरायली सैन्य चौकी पर फलस्तीनी पक्ष को शव सौंपे जाने के बाद लगभग एक दर्जन फलस्तीनी वहां एकत्र हुए और उन्होंने 'शहीद को सलाम' के नारे लगाए. शव को फलस्तीनी झंडे में लपेटा गया और इसके बाद एक एम्बुलेंस शव को ले गई. इजरायली सेना (Israel Army) ने शुक्रवार को हुई चूक को 'दुर्भाग्यपूर्ण गलती' बताया. इस घटना ने हमला करते समय मारे गए फलस्तीनियों के शवों को ना लौटाने की इजरायल की विवादास्पद नीति की ओर ध्यान आकर्षित किया है.
अपनी नीति पर क्या कहता है इजरायल?
इजरायल का कहना है कि यह नीति भविष्य में हमलों को रोकती है और कैदियों के आदान-प्रदान के दौरान काम आती है, जबकि अधिकार समूहों का कहना है कि इससे शोकसंतप्त परिवारों को सामूहिक सजा मिलती है. इजरायल 'मानवीय आधार पर' अबु सुल्तान और इसरा खजिमिया के शव शुक्रवार को लौटाने पर सहमत हो गया था (Israel Palestine Issue). सुल्तान ने जब यह हमला किया था, तब वह नाबालिग था और बताया जा रहा है कि खजिमिया मानसिक रूप से अस्वस्थ थी. खजिमिया ने सितंबर में येरूशलम की ओल्ड सिटी में एक अधिकारी को कथित रूप से चाकू मारने की कोशिश की थी, जिसके बाद गोली लगने से उसकी मौत हो गई थी.
इजरायल के पास 80 फलस्तीनियों के शव
इससे पहले सुल्तान के पिता ने 'द एसोसिएटेड प्रेस' (एपी) को बताया था कि परिवार ने सेना को सूचना दी कि चौकी पर किसी और व्यक्ति का शव सौंपा गया था (Palestinian Boy Body). उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा 14 साल का था और हमें जिस व्यक्ति का शव मिला था, उसकी आयु 30 या 40 साल प्रतीत हो रही थी.' इजरायली सेना ने अपनी 'दुर्भाग्यपूर्ण गलती' के लिए माफी मांगी है. फलस्तीनी अधिकार समूह 'यरूशलम लीगल एड एंड ह्यूमन राइट सेंटर' के अनुसार, इजरायल के पास अभी करीब 80 फलस्तीनियों के शव हैं.
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