विश्व

ईरान में इमारत ढहने से 11 लोगों की मौत

Subhi
25 May 2022 12:46 AM GMT
दक्षिण-पश्चिमी ईरान में मंगलवार को एक इमारत ढह गई, जिसके मलबे में दबकर कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। मलबे के नीचे और भी लोगों के दबे हो सकने की आशंका है, जिसे ध्यान में रखते हुए बचाव अभियान चलाया जा रहा है।

दक्षिण-पश्चिमी ईरान में मंगलवार को एक इमारत ढह गई, जिसके मलबे में दबकर कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। मलबे के नीचे और भी लोगों के दबे हो सकने की आशंका है, जिसे ध्यान में रखते हुए बचाव अभियान चलाया जा रहा है।

अधिकारियों ने घटना की व्यापक जांच के तहत शहर के मेयर को गिरफ्तार कर लिया है। मेट्रोपोल बिल्डिंग में एक निर्माणाधीन 10 मंजिला टॉवर ढह गया। घटना ने ईरानी निर्माण परियोजनाओं में चल रहे संकट को भी रेखांकित किया है।

शुरुआती वीडियो में इराक से लगी ईरान की सीमा के पास खुजेस्तान प्रांत के एक महत्वपूर्ण तेल उत्पादक शहर अबादान में धूल उड़ती दिखाई दे रही है। इमारत में दो टावर थे, एक पहले बनाया गया था और दूसरा निर्माणाधीन था। इसकी निचली मंजिलें बन चुकी थीं और वहां किरायेदार रह रहे थे। इमारत के ढहने के वक्त यहां 50 लोगों की मौजूदगी की बात बताई गई है।

भारत ने टोंगा को बांटे आपदा राहत आपूर्ति के 272 पैकेज

ज्वालामुखी विस्फोट और सुनामी के बाद टोंगा को मानवीय मदद के रूप में, भारत से आपदा राहत आपूर्ति के 272 पैकेजों की एक खेप यहां पहुंची। 15 जनवरी को किंगडम में मानवीय मदद की मांग करने वाली अपील के जवाब में आपदा राहत आपूर्ति के 272 पैकेजों की एक खेप आपदा प्रभावित लोगों के लिए भारत से एयरलिफ्ट की गई। इस पैकेज में 100 फैमिली रिज टेंट, 1000कंबल, 1000 सोलर लैंप, 200 गरिमा किट व 250 तिरपाल पहुंचाए गए। भारत ने टोंगा को सहायता के लिए 10 लाख डॉलर देने की घोषणा की है। उसमें से पांच लाख डॉलर तत्काल प्रदान किए गए।

भारत-इस्राइल ने संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की

विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत और इस्राइल ने 23 मई को संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षीय मुद्दों पर दूसरे दौर का परामर्श किया। इस दौरान बहुपक्षीय मुद्दों और पारस्परिक हितों के विषय पर चर्चा की गई। इसमें मध्य-पूर्व की स्थिति को भी शामिल किया गया।

इस्राइल में हुई वार्ता के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की प्राथमिकताओं के बारे में इस्राइली पक्ष को जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने कहा, अपनी रणनीतिक साझेदारी को ध्यान में रखते हुए दोनों पक्षों ने बहुपक्षीय मुद्दों व पारस्परिक हितों के अलावा क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान से संबंधित मुद्दों पर भी बातचीत की।

दोनों पक्ष बहुपक्षीय मंचों पर अपना सहयोग जारी रखने पर सहमत हुए। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संयुक्त सचिव (यूएन-राजनीतिक) प्रकाश गुप्ता ने जबकि इस्राइली प्रतिनिधिमंडल की अगुआई हैम वैक्समैन ने की।

ईरान का फाइटर प्लेन क्रैश, दोनों पायलटों की मौत

ईरान के मध्य रेगिस्तान में एक लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान के दोनों पायलटों की मौत हो गई है। ईरानी अर्ध-सरकारी न्यूज एजेंसी तसनीम ने बताया कि विमान मध्य शहर इस्फहान के पास अनारक प्रशिक्षण स्थल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि हादसे का कारण नहीं बताया गया।

ईरान की वायुसेना के पास 1979 की इस्लामिक क्रांति से पहले खरीदे गए अमेरिकी निर्मित सैन्य विमान हैं। इसके पास रूस निर्मित मिग व सुखोई विमान भी हैं। दशकों के पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण यहां स्पेयर पार्ट्स हासिल करना और पुराने विमानों का रखरखाव कठिन हो गया है। इस कारण बेड़े के बीच हादसे होते हैं। फरवरी में एक लड़ाकू जेट देश के उत्तर-पश्चिमी शहर तबरीज में एक फुटबॉल मैदान में गिर गया था जिसमें दो लोग मारे गए थे।

राजेश भूषण 75वीं विश्व स्वास्थ्य सभा की कमेटी बी के अध्यक्ष नियुक्त

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण 75वीं विश्व स्वास्थ्य सभा (डब्ल्यूएचए) की कमेटी बी के अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। डब्ल्यूएचए की कमेटी बी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वित्तीय और प्रशासनिक मामलों को देखती है। डब्ल्यूएचओ अपने 194 सदस्यों से अपने लक्ष्यों और प्राथमिकताओं के लिए निर्देश लेता है। हर वर्ष डब्ल्यूएचए के पास स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने और उनकी समीक्षा के लिए लंबी फेहरिस्त होती है, जिस पर दो कमेटियों- कमेटी ए और कमेटी बी के माध्यम से काम होता है।

देवास डील मामला : एनएसआईएल को एंट्रिक्स का नया स्वरूप नहीं माना, अमेरिकी अदालत में इसरो को राहत

अमेरिका की एक संघीय अदालत ने देवास मल्टीमीडिया के मॉरीशस स्थित निवेशकों की एक याचिका रद्द कर दी है। इसमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) और उसकी व्यावसायिक शाखा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) को इसरो की एंट्रिक्स कॉरपोरेशन का नया रूप मानने की अपील की गई थी।

निवेशक उन्हें 2005 के विफल देवास-एंट्रिक्स उपग्रह समझौते के विवाद में शामिल करना चाहते थे। पश्चिमी वाशिंगटन डिस्ट्रिक्ट अदालत में निवेशकों सीसी देवास मॉरीशस लिमिटेड, टेलीकॉम देवास मॉरीशस लि. और देवास एम्प्लॉईज मॉरीशस प्रा. लि. ने 24 फरवरी को यह अपील की थी। इसमें इसरो और एनएसआईएल को एंट्रिक्स का समरूप मानकर उनकी अमेरिका में स्थित संपत्तियां जब्त करने की मांग की गई थी।


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