विश्व

रूस-यूक्रेन जंग के 100 दिन: हजारों की हो चुकी है मौत, मलबे में तब्दील शहर

Neha Dani
3 Jun 2022 11:39 AM GMT
रूस-यूक्रेन जंग के 100 दिन: हजारों की हो चुकी है मौत, मलबे में तब्दील शहर
x
दूर से ही मार करने और अपनी अन्य खूबियों के चलते इस ड्रोन को स्काई वारियर भी कहा जाता है।

यूक्रेन में रूस के हमले का शुक्रवार को सौंवां दिन है और अब तक जंग के खत्म होने का कोई संकेत नहीं मिला है। इस जंग में हजारों लोग मारे जा चुके हैं, लाखों लोग बेघर हो गए हैं और शहर मलबे में तब्दील हो चुके हैं। राजधानी कीव को बर्बादी की कगार पर पहुंचाने के बाद रूस पूर्व और दक्षिण पर दबाव बना रहा है। ताजा युद्ध में रूसी सेना ने यूक्रेन के 20 प्रतिशत भूभाग पर कब्जा कर लिया है और करीब एक हजार किलोमीटर लंबाई वाले इलाके में यूक्रेन की सेना उससे मुकाबला कर रही है। यह जानकारी यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वीडियो लिंक के जरिये लक्जमबर्ग की संसद को संबोधित करते हुए दी है।

रूस से बचाव के क्रम में यूक्रेन की मदद के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी की ओर से हाथ बढ़ाया गया है। ब्रिटेन ने भी यूक्रेन को मध्यम दूरी तक मार करने वाला राकेट सिस्टम देने का फैसला किया है। ब्रिटेन एम 270 लांचर यूक्रेन को देगा, जो 80 किलोमीटर तक राकेट हमले करने में सक्षम है। हाल के दिनों में अमेरिका और जर्मनी के बाद ब्रिटेन तीसरा देश है जिसने यूक्रेन को बड़े हथियार देने की घोषणा की है।
यूक्रेन की मदद को आगे आए अमेरिका की रूस ने यूक्रेन में आधुनिक हथियारों की आपूर्ति के अमेरिकी फैसले की कड़ी निंदा की है। साथ ही इन हथियारों को मोर्चे पर तैनाती से पहले ही यूक्रेन में निशाना बनाने का फैसला किया है। फैसले के तहत बुधवार रात पोलैंड सीमा के नजदीक लवीव क्षेत्र के दो रेलवे स्टेशनों पर रूसी सेना ने मिसाइलें दागीं। पश्चिमी देशों के ज्यादातर हथियार पोलैंड के जरिये ही यूक्रेन आते हैं। इस बीच रूसी सेना डोनबास के सबसे बड़े शहर सीविरोडोनेक्स पर कब्जे के नजदीक पहुंच गई है। वहां पर यूक्रेनी सेना कड़ा मुकाबला कर रही है लेकिन पीछे हटने के लिए मजबूर है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की 70 करोड़ डालर की सैन्य मदद की ताजा घोषणा के बाद रूस ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन युद्ध को भड़का रहा है। आधुनिक हथियारों की मदद से स्थिति और बिगड़ेगी। अमेरिका ने यूक्रेन को 80 किलोमीटर तक मार करने वाले राकेट सिस्टम देने की घोषणा की है। संभवत: ये इसी सप्ताह यूक्रेन पहुंच जाएंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस मदद के लिए आभार जताया है। साथ ही इस आपूर्ति को तेज करने की आवश्यकता जताई है।
बाइडन प्रशासन ने कहा है कि यूक्रेन ने वादा किया है कि अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल रूस के शहरों पर हमले के लिए नहीं होगा। इन हथियारों का इस्तेमाल युद्ध के मोर्चे पर रूसी सेना से मुकाबले के लिए होगा। रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि पश्चिमी देशों के हथियारों से यूक्रेन में चल रही रूसी सैन्य कार्रवाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह कार्रवाई अपना उद्देश्य प्राप्त करने के बाद ही रुकेगी। लेकिन विदेशी हथियार पहुंचने से लड़ाई बढ़ेगी और यूक्रेन को ज्यादा नुकसान होगा। प्रवक्ता ने यह बात यूक्रेन को हेलफायर मिसाइलों से लैस एमक्यू-1सी ग्रे ईगल ड्रोन देने के योजना पर पूछे गए सवाल के जवाब में कही। दूर से ही मार करने और अपनी अन्य खूबियों के चलते इस ड्रोन को स्काई वारियर भी कहा जाता है।

Next Story