विश्व

ब्रिटेन में सामने आया कोरोना का नया स्वरूप

Sonam
5 Aug 2023 7:15 AM GMT

वर्ष 2020 में पूरी दुनिया कोविड-19 के महाप्रकोप को झेल चुकी है। इसके बाद कोविड-19 के नये-नये स्ट्रेन ने दुनिया के कई राष्ट्रों में विशाल तबाही मचाई। अब ब्रिटेन में कोविड-19 का एक नया स्ट्रेन सामने आया है। कहा जा रहा है कि ईजी.5.1 स्वरूप अब राष्ट्र में तेजी से फैल रहा है। इंग्लैंड के स्वास्थ्य ऑफिसरों ने बोला कि यह स्वरूप तेजी से फैले ओमीक्रोन से उत्पन्न हुआ है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी का बोलना है कि ईजी.5.1 को ‘एरिस’ उपनाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड के प्रत्येक सात नये मामलों में से एक मुद्दा इस स्वरूप का सामने आ रहा है।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर एशिया में बढ़ते मामलों के कारण राष्ट्र में इसकी व्यापकता दर्ज होने के बाद 31 जुलाई को इसे कोविड के एक स्वरूप के रूप में वर्गीकृत किया गया था। डब्ल्यूएचओ (WHO,डब्ल्यूएचओ) ने दो हफ्ते पहले ही ईजी.5.1 स्वरूप पर उस समय नजर रखना प्रारम्भ कर दिया था जब विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने बोला था कि लोग टीकों और पूर्व संक्रमण से बेहतर सुरक्षित हैं, लेकिन राष्ट्रों को अपनी सतर्कता में कमी नहीं आने देनी चाहिए। इस बात का कोई संकेत नहीं है कि नया स्वरूप अधिक गंभीर है क्योंकि यूकेएचएसए के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि यह अब राष्ट्र के सभी कोविड ​​मामलों का 14.6 प्रतिशत है। यूकेएचएसए के ‘रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम’ के माध्यम से दर्ज किये गये 4,396 नमूनों में से 5.4 फीसदी को Covid-19 के रूप में दर्ज किया गया था।

यूकेएचएसए की टीकाकरण प्रमुख डॉ मैरी रामसे ने कहा, हम देख रहे हैं इस हफ्ते की रिपोर्ट में Covid-19 मामलों में वृद्धि जारी है। ज्यादातर उम्र समूहों में, विशेषकर बुजुर्ग बड़ी संख्या में अस्पतालों में आ रहे हैं। उन्होंने कहा, नियमित रूप से हाथ धोने से आपको Covid-19 और अन्य वायरस से बचाने में सहायता मिलती है। यदि आपमें सांस की रोग के लक्षण हैं, तो हम जहां तक संभव हो दूसरों से दूर रहने की राय देते हैं।

चीन ने जानबूझकर फैलाया था कोविड-19 वायरस

जिस कोविड-19 की मार से अबतक दुनिया के कई राष्ट्र उबर नहीं पाये है, उसके लेकर समय-समय पर दावा किया जाता रहै है कि पूरे विश्व में लाखों लोगों को मृत्यु की नींद सुला देने वाला घातक वायरस कोविड-19 को चीन ने तैयार किया था। बीते कुछ दिनों पहले न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक रिपोर्ट में बोला था कि चीन इसे जैविक हथियार के तौर पर तैयार कर रहा था। रिपोर्ट में बोला गया है कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक रिसर्चर का दावा है कि चीन ने जानबूझकर पूरी दुनिया में कोविड-19 वायरस फैलाया। रिपोर्ट में यह भी बोला गया है कि शोधकर्ता ने दावा किया कि उसके साथी ने वायरस के चार भिन्न-भिन्न स्ट्रेन तैयार किये थे ताकि पता लगाया जा सके कि कौन सा वायरस तेजी से फैल सकता है।

वुहान से ही निकला था कोरोना- अमेरिकी रिपोर्ट

इससे पहले अमेरिका की एक जांच रिपोर्ट में ने भी वुहान लैब से कोविड-19 फैलने की बात कही थी। रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि कोविड-19 को वुहान की लैब में बनाया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबित, अमेरिकी की न्यूज वेबसाइट पब्लिक समेत कई अमेरिकी जर्नलिस्ट्स ने एफबीआई के हवाले से बोला है कि कोविड-19 वायरस वुहान के लैब से ही निकला था। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 का आतंक पूरी दुनिया में देखते ही देखते फैल गया था। कई राष्ट्रों की अर्थव्यवस्था इस रोग के कारण चरमरा गई थी।

कोरोना वायरस ग्लोबल हेल्थ आपातकालीन से बाहर

इससे पहले इसी वर्ष मई महीने में डब्ल्यूएचओ ने Covid-19 को लेकर बड़ा घोषणा किया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 महामारी का दर्जा घटाते हुए बोला इसे अंतरराष्ट्रीय आपात से बाहर कर दिया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बोला था कि कोविड-19 वायरस अब ग्लोबल हेल्थ आपातकालीन नहीं है। उल्लेखनीय है कि चीन की वुहान लैब से निकला कोविड-19 वायरस ने पूरी दुनिया में वर्ष 2019 से लेकर 2023 तक जमकर तबाही मचाई थी। अभी भी कई राष्ट्रों में कोविड-19 के मुद्दे सामने आ रहे हैं, और इससे लोगों की जान भी जा रही है। हालांकि वैक्सिन के आ जाने से कोविड-19 से हो रही मौतों में बहुत कमी आई है।

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