चीन ने अब कोविड के साथ जीने का फैसला कर लिया है। ऐसे में जबकि प्रतिदिन दसियों लाख कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं तब चीन सरकार ने कार्यालय, कारखाने और बाजार खोल दिए हैं। सोमवार को राजधानी बीजिंग और सबसे बड़े शहर शंघाई की मेट्रो ट्रेन पूर्व की भांति खचाखच भरी हुई दौड़ती दिखाई दीं। लोग मास्क लगाकर और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करते हुए यात्रा करते व कामकाज निपटाते देखे गए। तीन साल से कोरोना वायरस से बचाव की पाबंदियां झेल रही चीन की जनता को राहत देते हुए राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सात दिसंबर को जीरो कोविड पालिसी के प्रविधानों में ढील देने की घोषणा की थी।
चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बेतहाशा बढ़नी शुरू हो गई। दावा किया जा रहा है कि चीन में इन दिनों करोड़ों कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं। लेकिन इस सबकी परवाह न करते हुए राष्ट्रपति चिनफिंग ने पूर्व की भांति सारी गतिविधियां शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में हमारा देश इस समय नई स्थितियों और नई चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में हमें नए कदम उठाने की जरूरत है।
शंघाई के निवासी ली जीशिन (25) ने सरकार के निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि लंबे समय के लिए लाकडाउन समस्या का समाधान नहीं है। सरकार के निर्णय का समर्थन करते हुए सोमवार को बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आए और बचाव उपायों का पालन करते हुए अपने काम करते दिखाई दिए। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने संक्रमितों के बारे सूचनाएं सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी है लेकिन लगातार छठे दिन कोविड से कोई मौत न होने की घोषणा की है।
डाक्टर बता रहे हैं कि अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीजों के आने का क्रम जारी है। पूर्व में आने वाले संक्रमितों से पांच से छह गुना ज्यादा मरीज अस्पताल में आ रहे हैं, उन्हें भर्ती करके इलाज करने की जगह नहीं बची है। जो मरीज अस्पताल आ रहे हैं उनमें बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है।