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पाकिस्तान को अपने मंसूबों को अंजाम देने का मौका मिल गया है.
पाकिस्तान (Pakistan) बड़े पैमाने पर आतंकियों (Terrorist) को अफगानिस्तान भेज रहा है, ताकि खूनी लड़ाई में तालिबान (Taliban) के हाथ मजबूत किए जा सकें. वहीं, ऐसी भी खबर है कि पाकिस्तान सेना भी तालिबान की तरफ से लड़ाई लड़ रही है. पाकिस्तानी मंसूबों का खुलासा करते हुए अफगान सरकार (Afghan Government) ने बताया कि दस हजार से अधिक पाकिस्तानी आतंकी अफगानिस्तान में प्रवेश कर चुके हैं. ऐसी भी रिपोर्ट सामने आई हैं कि तालिबान को पाकिस्तानी संस्थाओं द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है.
Video Message में किया खुलासा
न्यूज एजेंसी एएनआई (ANI) ने अफगानिस्तान टाइम्स (Afghanistan Times) की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) के प्रवक्ता द्वारा मीडिया को भेजे गए एक वीडियो संदेश में हजारों आतंकियों के पाकिस्तान से अफगानिस्तान पहुंचने की बात कही गई है. वीडियो मेसेज में प्रवक्ता ने बताया है कि हमारे पास सटीक खुफिया रिपोर्ट है कि दस हज़ार से अधिक पाकिस्तानी लड़ाके अफगानिस्तान में प्रवेश कर चुके हैं. जबकि 15 हजार से अधिक लड़ाकों को अफगानिस्तान जाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है.
Ashraf Ghani ने भी लगाया था आरोप
राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान की हरकतों को देखकर पता चलता है कि एक नियमित संस्था तालिबान को ट्रेनिंग और पैसों से मदद कर रही है. इससे पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी कहा था कि एक महीने में 10 हजार विदेशी आतंकी पाकिस्तान से अफगानिस्तान आए हैं. जुलाई की शुरुआत में गनी ने आतंकी संगठनों से संबंध नहीं तोड़ने के लिए पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा था कि इमरान सरकार तालिबान को शांति वार्ता में गंभीरता से बातचीत करने के लिए समझाने में विफल रही है.
US Troops की वापसी से मिला मौका
अमेरिकी सेना की वापसी के बाद से पाकिस्तान अफगानिस्तान को लेकर साजिश रच रहा है. प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार तालिबान का समर्थन कर रहे हैं, ताकि अफगान को अस्थिर किया जा सके. दरअसल, पाकिस्तान को अफगान और भारत की करीबी काफी समय से खल रही थी, लेकिन अमेरिकी सेना की मौजूदगी में वह कुछ कर नहीं पा रहा था. अब जब यूएस सैनिक वापस लौट रहे हैं, पाकिस्तान को अपने मंसूबों को अंजाम देने का मौका मिल गया है.
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