फर्जीवाड़ा रोकने के लिए पैरामेडिकल के लिए नई काउंसिल बनेगी

हरिद्वार: पैरामेडिकल कोर्सों के नाम पर फर्जीवाड़ा रोकने के लिए राज्य में स्टेट कमीशन फॉर एलाइड एंड हेल्थ केयर प्रोफेसंस का गठन होगा. सरकार ने इसके नियम बनाने के लिए एक कमेटी गठित कर दी है. स्टेट कमीशन फॉर एलाइड एंड हेल्थ केयर प्रोफेसंस बनने के बाद राज्य की पैरामेडिकल काउंसिल और स्टेट मेडिकल फैकल्टी …
हरिद्वार: पैरामेडिकल कोर्सों के नाम पर फर्जीवाड़ा रोकने के लिए राज्य में स्टेट कमीशन फॉर एलाइड एंड हेल्थ केयर प्रोफेसंस का गठन होगा. सरकार ने इसके नियम बनाने के लिए एक कमेटी गठित कर दी है.
स्टेट कमीशन फॉर एलाइड एंड हेल्थ केयर प्रोफेसंस बनने के बाद राज्य की पैरामेडिकल काउंसिल और स्टेट मेडिकल फैकल्टी का भी इसी में मर्जर हो जाएगा. उसके बाद पैरामेडिकल के सभी डिग्री और डिप्लोमा धारियों को इस नई काउंसिल में अपना पंजीकरण कराना होगा.
विदित है कि अभी पैरामेडिकल के डिग्री कोर्स पैरामेडिकल काउंसिल जबकि डिप्लोमा कोर्स स्टेट मेडिकल फैकल्टी में पंजीकृत होते हैं. लेकिन हाल ही में केंद्र सरकार ने पैरामेडिकल के सभी कोर्स को एक छतरी के नीचे लाने के लिए नेशनल कमीशन फॉर एलाइड एंड हेल्थ केयर प्रोफेसंस तैयार किया है. इसी के तहत अब राज्य में भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
नई काउंसिल में आएंगे इस तरह के कोर्स: डायटीशियन, ऑपरेशन थियेटर (ओटी) टेक्नीशियन, कार्डियोलॉजी टेक्नीशियन, एक्सरे सीटी टेक्नीशियन, रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन, आप्टोमेट्री टेक्नीशियन, डायलिसिस टेक्नीशियन, क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, आईसीयू टेक्नीशियन, ईसीजी टेक्नीशियन, इंडोस्कोपी टेक्नीशियन, एनेस्थिसिया एंड क्रिटिंकल केयर टेक्नीशियन, डेंटल हाईजीनिस्ट, एक्यूपेशनल थेरेपिस्ट, सहित पैरामेडिकल के सभी नए कोर्स.
