वित्त एवं आवास मंत्री डॉ सुरेन्द्र नारायण पाण्डेय ने पौड़ी में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की
ऋषिकेश: सचिव मुख्यमंत्री, वित्त एवं आवास डॉ सुरेन्द्र नारायण पाण्डेय ने पौड़ी में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की और अफसरों को योजनाओं के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए. उन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के साथ उद्योग, पर्यटन व अन्य विभागों को ऐसी सभी स्वरोजगारपरक योजनाओं के सर्वे करने भी निर्देश दिए. सचिव ने कहा कि ये …
ऋषिकेश: सचिव मुख्यमंत्री, वित्त एवं आवास डॉ सुरेन्द्र नारायण पाण्डेय ने पौड़ी में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की और अफसरों को योजनाओं के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए. उन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के साथ उद्योग, पर्यटन व अन्य विभागों को ऐसी सभी स्वरोजगारपरक योजनाओं के सर्वे करने भी निर्देश दिए. सचिव ने कहा कि ये जरूर देखा जाए कि वर्तमान में कितने लोग इन योजनाओं से जुड़े है और कितनों ने छोड़ा है, इसका डाटा बनाएं और यह देख लिया जाए कि स्वरोजगारपरक योजनाएं जनपद में अभी तक कितनी प्रभावी हो रही हैं.
सचिव ने कहा कि रोजगारपरख योजनाओं की समीक्षा की जाए और इनसे जुडे़ लोगों को लेकर डाटा तैयार किया जाए ताकि यह पता चल सके कि इन योजनाओं के धरातल पर क्या प्रभाव देखने को मिल रहे है. पर्यटन महकमे को सभी होम स्टे का पंजीकरण करने और यहां मिलने वाली सुविधाओं का साझा करने के भी निर्देश दिए. कलेक्ट्रेट सभागार में अफसरों के साथ बैठक लेते हुए सचिव डॉ सुरेंद्र नारायण पाण्डेय ने कहा कि अफसर योजनाओं व कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए रुटीन प्रक्रिया से अलग हटकर काम करे ताकि इनके बेहतर परिणाम मिल सके. सचिव ने कहा कि बेहतर समाधान भी जरूरी है. मत्स्य विभाग को निर्देश दिए गए कि विभिन्न क्षेत्रों में मत्स्य की डिमांड और पूर्ति को देखे जहां अधिक डिमांड है. वहां पूर्ति कैसे और कहां से हो रही है, इस पर काम किया जाए.
आरटीई एवं आरटीआई कार्यकर्ता कुशलानाथ ने उपजिला चिकित्सालय प्रशासन से अस्पताल के हाईडिल विभाग वाले रास्ते को खोलने की मांग की है. इस संदर्भ में उन्होंने उपजिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. गोविन्द पुजारी को ज्ञापन प्रेषित किया है. उन्होंने कहा कि उपजिला अस्पताल जाने के लिए हाईडिल विभाग से भी रास्ता बना हुआ है. कहा कि अस्पताल का हस्तांतरण नई बिल्डिंग में होने और पुराने स्थान पर निर्माण कार्य चलने से महिलाओं और बुजुर्गों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है.