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वाराणसी: मोबाइल गुम होने पर राजमिस्त्रत्त्ी ने बेटे को डांट लगा दी. बेटा काम छोड़कर घर आया और फांसी लगाकर जान दे दी. पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. अंतू नगर पंचायत के नेवड़िया वार्ड निवासी सोहन प्रजाति राजमिस्त्रत्त्ी है. उसका इकलौता बेटा नितेश प्रजापति (18) भी उसके साथ काम कर रहा था. …
वाराणसी: मोबाइल गुम होने पर राजमिस्त्रत्त्ी ने बेटे को डांट लगा दी. बेटा काम छोड़कर घर आया और फांसी लगाकर जान दे दी. पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
अंतू नगर पंचायत के नेवड़िया वार्ड निवासी सोहन प्रजाति राजमिस्त्रत्त्ी है. उसका इकलौता बेटा नितेश प्रजापति (18) भी उसके साथ काम कर रहा था. इस दौरान एक दिन पहले मोबाइल गुम होने को लेकर राजमिस्त्रत्त्ी ने नितेश को डांट लगा दी. वह काम छोड़कर घर आया तो उसकी मां बाहर गई थी. उसने कमरे में जाकर रस्सी से फांसी लगा ली. कुछ देर बाद मां लौटी तो उसे फंदे से लटकते देख चीखने लगी. उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और उसे फंदे से उतारकर मेडिकल कॉलेज ले गए लेकिन उसकी मौत हो गई थी. इकलौते बेटे की मौत से परिवार में कोहराम मचा रहा.
थाना क्षेत्र के नेवानी का पुरवा नरई गांव निवासी महेन्द्र पाण्डेय (30) 6 दिसम्बर रात करीब नौ बजे बाइक से घर से नरई चौराहा कोई सामान खरीदने गया था. सड़क पर वाहन की टक्कर से गंभीर घायल हो गया. सीएचसी से उसे इलाज को प्रयागराज भेजा गया. वहां भी हालत गंभीर होने पर डॉक्टरो ने प्रयागराज से मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर कर दिया. लखनऊ में इलाज के दौरान महेन्द्र पाण्डेय की सांसे थम गई. युवक के मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया.
पट्टे की जमीन पर निर्माण को लेकर पीटा
थाना क्षेत्र के गुजवर गांव निवासी मो. रईस के पिता रसीद को वर्ष 1965 में ग्राम सभा से घर बनाने को पट्टा मिला था. पट्टाधारक का उसी समय से उस पर काबिज रहा. पट्टा धारक की मृत्यु के बाद उसके बेटे मो. रईस की सुबह अपनी पट्टे की जमीन पर निर्माण करने को ईंट बालू मोरंग गिरवा रहे थे. तभी गांव के कुछ लोग लाठी डंडा लेकर मौके पर पहुंचे और वहां सामान गिराने से मना किया. विरोध करने पर उसे गालियां देते हुए पीटा. पीड़ित ने मामले की नामजद तहरीर पुलिस को दी है.
19 दुकानदारों पर एक लाख रुपये अर्थदंड
जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थ का कारोबार करने वाले 19 कारोबारियों का नमूना फेल होने पर खाद्य विभाग के अफसरों की ओर से एडीएम कोर्ट में वाद दायर किया गया था. आरोप साबित होने पर एडीएम त्रिभुअन विश्वकर्मा ने सम्बंधित कारोबारियों पर एक लाख रुपये अर्थदंड लगाया है. एडीएम ने अपने आदेश में कहा है कि अर्थदंड की धनराशि 15 दिन में जमा नहीं कराने पर सम्बंधित के खिलाफ आरसी की कार्रवाई कर वसूली राजस्व कर्मचारियों से कराई जाएगी.