उत्तर प्रदेश

सफर में तबीयत बिगड़ी तो रेलवे के पास डॉक्टर नहीं

Admin Delhi 1
8 Dec 2023 8:56 AM GMT
सफर में तबीयत बिगड़ी तो रेलवे के पास डॉक्टर नहीं
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इलाहाबाद: बड़े रेलवे स्टेशनों पर 24 घंटे क्लीनिक खोल यात्रियों को ओपीडी, जांच, दवाओं समेत अन्य सुविधा देने का मामला लटकता जा रहा है. उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल के स्टेशनों पर ईएमआर योजना के तहत इमरजेंसी मेडिकल रूम (क्लीनिक) खोलने की तैयारी कर ली गई, लेकिन अब तक रेलवे को डॉक्टर नहीं मिले.

प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर इमरजेंसी मेडिकल रूम खोलने के लिए रेलवे ने टेंडर निकाला, लेकिन शहर के बड़े डॉक्टरों, नर्सिंग होम संचालकों, फार्मों और सेवा वाली कंपनियों ने रुचि ही नहीं ली. यहां तक की रेलवे की ओर से कई बड़े डॉक्टरों से संपर्क कर उन्हें इसकी जरूरत और खूबी बताई गई, लेकिन अब तक कोई सामने नहीं आया. 24 घंटे तीन शिफ्टों में तीन डॉक्टरों की ड्यूटी रेलवे स्टेशन पर लगाने की योजना है. पेंच यहीं फंस रहा है. ईएमआर का टेंडर लेने वाले ओपीडी के लिए तीन डॉक्टर बैठाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं. अब रेलवे फिर से इसे खोलने की प्रक्रिया में लगा हुआ है.

असल में यात्रियों को 24 घंटे इलाज मिले. ट्रेनों, स्टेशनों पर यात्रियों की तबीयत बिगड़ जाए तो तत्काल मौके पर ही इलाज मुहैया हो. सफर के दौरान की इस सबसे अहम सुविधा को मुहैया कराने के लिए रेलवे ने योजना तैयार की है. इसी के तहत टेंडर निकाले गए. रेलवे की ओर से डॉक्टर, फर्म, कंपनी को एक क्लीनिक जैसा रूम आदि उपलब्ध कराया जाएगा. इसमें ओपीडी, जांच, छोटे मेडिकल स्टोर भी होगा.

रेलवे अब बड़े स्टेशनों की तर्ज पर छोटे स्टेशनों पर भी पे एंड यूज टॉयलेट की तैयारी में है. उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज, आगरा और झांसी मंडलों के स्टेशनों की सूची तैयार की जा रही है जहां पे एंड यूज टॉयलेट की सुविधा दी जाए. जिन छोटे स्टेशनों पर यात्रियों की अधिक भीड़ होती है, जहां ट्रेनों का ठहराव अधिक होने के साथ रूट अहम है, वहां इसे लेकर तैयारी है. इसके लिए तीनों मंडलों से रिपोर्ट मांगी गई है. पे एंड यूज टॉयलेट रेलवे ई-ऑक्शन के जरिए देगा. रेलवे ने इसके जरिए छोटे उद्यमियों और स्टार्टअप योजना को प्रोत्साहित करने की तैयारी की है. ई-ऑक्शन के जरिए क्रेताओं को आमंत्रित किया जाएगा. साथ ही रेलवे इस मद में सुविधाएं भी बढ़ा रहा है. प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल समेत बड़े स्टेशनों पर यह सुविधा पहले से है. अन्य रेलवे स्टेशनों का चयन होने के बाद टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगी.

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