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जनसमस्याओं को लेकर किसान महासभा में तहसीलदार सौपा ज्ञापन
लखनऊ। बीकेटी क्षेत्र की ग्राम पंचायत इंदारा के मजरा-खजुरी की जनसमस्याओं को लेकर आज भाकपा (माले) और किसान महासभा के छै सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल तहसीलदार राजेश कुमार सिंह से मिला और मुख्यमंत्री को सम्बोधित 12सूत्रीय ज्ञापन भेंट किया। प्रतिनिधिमंडल में भाकपा ( माले) के बीकेटी ब्लॉक सचिव का0 रमेश चन्द्र शर्मा, अखिल भारतीय किसान महासभा के …
लखनऊ। बीकेटी क्षेत्र की ग्राम पंचायत इंदारा के मजरा-खजुरी की जनसमस्याओं को लेकर आज भाकपा (माले) और किसान महासभा के छै सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल तहसीलदार राजेश कुमार सिंह से मिला और मुख्यमंत्री को सम्बोधित 12सूत्रीय ज्ञापन भेंट किया।
प्रतिनिधिमंडल में भाकपा ( माले) के बीकेटी ब्लॉक सचिव का0 रमेश चन्द्र शर्मा, अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला संयोजक का0 छोटे लाल रावत, सह संयोजक का0 रामसागर जगत, किसान नेता का0 होरीलाल,का0 रामबहादुर, सामिल थे।
मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में कहा गया कि ग्राम खजुरी की जनता कुछ मूलभूत असहनीय समस्याओं से जूझ रही है जिनका समाधान आति आवश्यक है। जनसमस्याओं का उल्लेख करते हुए नेताओं ने कहा कि सरकार ने महिलाओं व पुरुषों की इज्जत की रक्षा करने और गंदगी फैलने पर रोक लगाने के लिए प्रत्येक घर में शौचालय (इज्जत घर) बनाने की घोषणा की है। इसके लिए सरकार 12000/- दे रही है। हमारी ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान ने लाभार्थियों को पैसा देने की बजाय खुद शौचालय बनवाए हैं जिसमें खराब क्वालिटी की ईंट और नाम मात्र की सीमेंट लगा कर ऐसे शौचालय बनवाए हैं जिनका उपयोग भी नहीं हो पाया है। उनमें कुछ गिर भी गये हैं। गांव में दबंगई की चर्चा करते हुए ज्ञापन में कहा गया गांव के दबंग कमलेश, जगदीश पुत्र गण परमेश्वर दीन अल्पसंख्यकों के दरवाजों पर शौचालय नहीं बनने दे रहे हैं जिसके कारण हाशिम अली, स्व.नाजिम अली, नासिर अली, काजिम अली पुत्रगण लल्लू आदि के यहां आज तक शौचालय नहीं बन सके हैं। इसी तरह प्रेमचंद के यहां भी शौचालय नहीं बनने दिया है। उक्त सभी परिवारों की महिलाएं खुले में शौच करने को मजबूर हैं। ज्ञापन में मांग की गई कि जिन लोगों के शौचालय नहीं बने हैं उनके यहां शौचालय बनाए जाएं। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि गांव के कमलेश, जगदीश, मुन्ना मेट आदि दबंग लोगों ने परिक्रमा मार्ग पर कंटीले तार व बल्लियों से कब्जा किए हुए हैं। पिछले वर्ष सिकायत के निष्तारण करने आई तहसील के राजस्व कर्मियों की टीम ने नापकर 8 मीटर परिक्रमा मार्ग छोड़ा था लेकिन इन दबंगों ने पुनः कब्जा करके परिक्रमा मार्ग जाम कर दिया है। ज्ञापन में प्रकरण की जांच करवाकर अवैध कब्जा हटाए जाने तथा भूमाफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि अनुसूचित जाति के गरीबों के पट्टों को शासन- प्रशासन से अनुमति लिए बगैर भूमाफिया करुणेश उपाध्यक्ष सोसायटी बनाकर खरीद रहे हैं जो कि गैर कानूनी है। उक्त भू-माफिया करुणेश कुमार उपाध्याय ने गहरे तालाब को पाटकर , जिसमें गांव की महिलाएं शादी ब्याह में पूजा करती थी,प्लाट बना दिये हैं और प्लाट बेंच रहे हैं।इसी तरह से गाटा संख्या 07 क गौचर की जमीन पर भी उक्त भूमाफिया ने कब्जा कर रखा है तथा गेट लगा कर जमीन को घेर लिया है। गांव के वर्षा के पानी के लिए बनी पुलिया बन्द कर दी है जिससे गांव का गंदा पानी जमा है जिसके कारण गम्भीर बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। ज्ञापन में प्रकरण की जांच कर भूमाफिया ऐक्ट के तहत कार्यवाही करने तथा पट्टों और गौचर की जमीन को उक्त भूमाफियाओं से मुक्त करवाकर गांव सभा को सौंपने की मांग गई। ज्ञापन में भू-माफिया करुणेश उपाध्याय पर यह भीआरोप लगाया गया कि वह जानवरों का मल मूत्र रेठ नदी में बहाते हैं जिससे नदी का पानी गंदा हो रहा है जिससे जानवर तक पानी नहीं पीते हैं। ज्ञापन में किसान यूनियन नेता अमर सिंह यादव ,गुरु प्रसाद पर गाटा संख्या 94 में तालाब पर कब्जा करने का आरोप लगाया गया।यह भी उल्लेख किया गया कि उनके विरुद्ध 15 डी के तहत जुर्माना भी लगाया जा चुका है इसके बावजूद भी उन्होंने कब्जा नहीं हटाया है। मांग की गई कि तालाब की जमीन पर कब्जा हटवाकर तालाब का सुन्दरीकरण कराया जाए। किसान नेता अमर सिंह यादव पर यह भी आरोप लगाया गया कि उसने घूरा गड्ढा की जमीन पर अवैध कब्जा करके दोमंजिला मकान बना लिया है।जिसे ध्वस्त किया जाए। गांव की स्थिति का जिक्र करते हुए ज्ञापन में कहा गया कि गांव में नाली खड़ंजा का बुरा हाल है। तथा गांव में साफ सफाई भी नहीं होती है। अतः गांव में नाली खड़ंजा का निर्माण कराया जाए और सफाई की व्यवस्था की जाए।
ज्ञापन में अमर सिंह यादव पर यह भी आरोप लगाया गया कि उसने खेल कूद की
जमीन पर भी मकान बना लिया है और खलिहान की जमीन पर भी कब्जा किए हुए है। जांच करवाकर जमीन खाली कराई जाएं। ज्ञापन में मुन्ना सिंह,राजन सिंह,स्व लाल बाबू पुत्र देवता वक्श सिंह निवासी ग्राम महगुवां पर सीलिंग की जमीन जो पशुचर के लिए आरक्षित की गई थी, पर फार्म बना कर कब्जा करके खेती करने और रेठ नदी से मिट्टी निकाल कर उसे सकरा करने का आरोप लगाया गया हैं।एक भ्रष्टाचार के प्रकरण का उल्लेख करते हुए ज्ञापन में कहा गया कि खजुरी गांव में भूतपूर्व प्रधान अरविंद सिंह ने शंकर जी के मंदिर से मुनेश्वर पुत्र बावर के घर तक खड़ंजा बनवाया था उन्होंने टाइल्स दिखाकर पैसे की निकासी की है। भ्रष्टाचार की जांच कर कार्यवाही की जाए। ज्ञापन में एक और मामले का उल्लेख करते हुए कहा गया कि गांव के गरीब किसान रामबहादुर को सन् 1965-67 में ग्राम प्रधान ने आवादी की जमीन में 40 फुट पूर्व पश्चिम तथा 30फुट उत्तर दक्षिण का पट्टा दिया था।जिसपर अमर सिंह यादव ने आधे पर कब्जा कर लिया था। पंचायत में राजबहादुर की आधी जमीन अमर सिंह को दे दी गई। बाद में अज्ञर सिंह ने राजबहादुर की बाकी जमीन भी जबरन कब्जा कर लिया। रामबहादुर की आवादी की जमीन पर अमर सिंह का अवैध कब्जा हटाने की मांग की गई।