उत्तर प्रदेश

सिद्धिविनायक हॉस्पिटल के मैनेजर ने तीमारदार को पीटा

Jantaserishta Admin 4
12 Dec 2023 12:57 PM GMT
सिद्धिविनायक हॉस्पिटल के मैनेजर ने तीमारदार को पीटा
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गोण्डा। जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र के नवीन गल्ला मंडी के सामने स्थित सिद्धि विनायक हॉस्पिटल के मैनेजर व स्टाप ने तीमारदार की पिटाई कर दी। मारपीट की इस घटना में तीमारदार को चोटे आई हैं।आरोप है कि सिद्धिविनायक हॉस्पिटल के संचालक व स्टाप नें तीमारदारों को घसीट कर सीढ़ी के ऊपर ले जाकर तीमारदार की जमकर पिटाई कर दी है। पीड़ित ने बड़गांव पुलिस चौकी में तहरीर दी थीं। लेकिन पीड़ित की बड़गांव पुलिस चौकी इंचार्ज ने एक भी नहीं सुनी गई है। सुनवाई न होने पर पीड़ित ने नगर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। कौड़िया थाना क्षेत्र के बेलवा बाजार निवासी के पाँच महीने के पुत्र चार दिन पहले अचानक तबीयत खराब हो गई थी।परिवार वालों ने उसे नवीन गल्ला मंडी के सामने स्थित सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में भर्ती कराया।पाँच महीने के बच्चों की सेहत में कोई सुधार नहीं होने पर परिवार वाले डॉक्टर के आने के बारे में कई बार पूछा कि डॉक्टर साहब कब तक आएंगे और बच्चे की हालत में कब तक सुधार होगा और लापरवाही होती रही और वही तीमारदार ने आरोप लगाया है कि बच्चों बच्चों की तबीयत को ज्यादा खराब होने भी डलवाने की धमकी देने लगे और पाँच महीने के बच्चे के घरवालों ने बताया कि भर्ती कराने के समय ज्यादा से ज्यादा पैसा जमा कर आए थे।वहीं फिर चार दिन बाद बच्चों की तबीयत में सुधार न होने पर तीमारदारों ने अस्पताल में मौजूद स्टाफ से कहा कि अब हमारे बच्चे को यहां से रिफर कर दीजिए हमें आराम नहीं लग रहा है।बहुत मिन्नतें करने पर रिफर तो कर दिया गया लेकिन अस्पताल के संचालक ने ना तो तीमारदार को कोई बिल दी और बच्चों के साथ मौजूद उसकी मां और महिलाओं को बद्दी बद्दी गालियां भी दी है।

वही तीमारदार ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में हमारी घड़ी भी गिर गई है।तीमारदार नें बताया है कि अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने जो रुपये मांगे वह कुछ कैश व ऑनलाइन कर दिया है।आरोप है कि मैनेजर ने साथियों के साथ मिलकर जम कर पीटा और जान से मारने की धमकी दिया है।वही दोपहर करीब तीन बजे थाने पहुंचे पीड़ित ने घटना की सूचना पुलिस को दी।उधर नर्सिंग होम संचालक ने ना कोई रसीद ना कोई बिल दिया है।वही सूत्रों के द्वारा बताया जा रहा है कि सिद्धिविनायक हॉस्पिटल के संचालक पैसों की खातिर नवजात शिशुओं के लाश का करते रहे इलाज और फिर पैसे ऐठ कर जवाब दे देते हैं।आप को बताते है कि वर्ष 2015 में रिलीज हुई फिल्म गब्बर इज बैक में नर्सिंग होम संचालकों को एक व्यक्ति की मौत के बाद भी पैसे ऐंठने के लिए उसे भर्ती कर इलाज करते दिखाया गया था।वहां तो गब्बर ने संचालकों को मुंहतोड़ जवाब दिया था लेकिन असल जिंदगी में हाल कुछ और ही होता है।वहीं सूत्रों के मुताबिक ऐसे ही बताया जा रहा है कि नवीन गल्ला मंडी के सामने स्थित एक अस्पताल पर आरोप है कि पैसे के लिए डॉक्टर नवजात नवजात शिशुओं की मौत के बाद भी इलाज के नाम पर उसे जबरन वेंटिलेटर पर रखे रहते हैं।

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