- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- जौहरी ने धोखाधड़ी करने...
जौहरी ने धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई
कानपुर: एक जौहरी ने कथित तौर पर 1.6 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में सोना गलाने वाले तीन लोगों के खिलाफ मंगलवार को यहां के बजरिया पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
करीब एक दर्जन से अधिक सोने का काम करने वालों ने भी इन तीन लोगों के खिलाफ पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के मुताबिक आरोपी कथित तौर पर कानपुर शहर से 14 करोड़ रुपये से अधिक का सोना और नकदी लेकर भाग गए हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी संपतराव शिवाजी लावटे, उसके जीजा महेश मस्के और उनके सहयोगी सूरज के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं।
आभूषण विक्रेताओं ने कानपुर महानगर सर्राफा एसोसिएशन (केएमएसए) के पदाधिकारियों के साथ शीर्ष पुलिस अधिकारियों को धोखाधड़ी से अवगत कराया है।
चौधरी ने बताया कि इस मामले में पुलिस उपायुक्त मध्य प्रमोद कुमार की देखरेख में विशेष जांच टीम का गठन किया गया है, जिन्हें फरार जालसाजों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने और सोना और नकदी बरामद करने का निर्देश दिया गया है।
जौहरी मोहम्मद अयूब ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ कुछ दिन पहले ही 1.6 करोड़ रुपये से अधिक कीमत का 2600 ग्राम सोना संपतराव शिवाजी लावटे को बेचने के लिए दिया था।
उन्होंने बताया कि लावटे ने उन्हें 31 लाख रुपये के कई चेक दिए थे और बाकी रकम सोमवार को चुकाने का वादा किया था, लेकिन उन्हें पता चला कि उनकी दुकान बंद है।
केएमएसए के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि महाराष्ट्र के रहने वाले लावटे ने लगभग 15 साल पहले बिरहाना रोड में किराए का मकान लिया था और बेकनगंज में किराए की दुकान लेकर सोना गलाने का काम कर रहा था।
उन्होंने कहा, चूंकि उनका काम बहुत अच्छा था, इसलिए आसपास के सभी सुनार सोना पिघलाने के लिए अपना सामान उसके पास भेजते थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार डीसीपी प्रमोद कुमार ने कहा कि एसआईटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, ‘‘लावटे, उसके बहनोई, महेश मस्के और उनके सहयोगी सूरज और उसके परिवार के सदस्यों सहित अन्य लोगो के बारे में जानकारी इकट्ठा करने और उनकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने के प्रयास किए जा रहे हैं