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लोक गायिका की गीतों ने बांधी समां बटोरी तालियां गुलजार हुआ रामगढ़
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर शंकरगढ़ क्षेत्र के राजर्षि टंडन वन से सटे अति प्राचीन रामगढ़ धाम अपने वर्षो पुराने वजूद को फिर से प्राप्त कर रहा है। सातवें रामगढ़ महोत्सव का भव्य आयोजन जन सहयोग तथा लोक भागीदारी से भव्यता के साथ मनाया गया। मेले मे दिन भर मे लाखों श्रद्धालु भक्तो ने भोले बाबा …
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर शंकरगढ़ क्षेत्र के राजर्षि टंडन वन से सटे अति प्राचीन रामगढ़ धाम अपने वर्षो पुराने वजूद को फिर से प्राप्त कर रहा है। सातवें रामगढ़ महोत्सव का भव्य आयोजन जन सहयोग तथा लोक भागीदारी से भव्यता के साथ मनाया गया। मेले मे दिन भर मे लाखों श्रद्धालु भक्तो ने भोले बाबा का जलाभिषेक किया और मेले व महोत्सव मे भाग लिया।राम गढ़ पर्यटन विकास ट्रस्ट के बैनर तले आयोजित सातवें रामगढ़ महोत्सव के द्वितीय दिवस पर सुबह से भक्तो का तांता लगा रहा। थानाध्यक्ष शंकरगढ़ के नेतृत्व मे पर्याप्त पुलिस बल व समिति के कार्यकर्ताओ द्वारा सुव्यवस्था मे हर संभव उत्तम सहयोग प्रदान किया गया।नामी अवधी लोक गायिका प्रतिमा मिश्रा द्वारा प्रस्तुत गीतों व भजनों ने पूरे रामगढ़ धाम को भक्ति से ओतप्रोत कर दिया। वहीं प्रसिद्ध गीतकार उदय चंद्र परदेशी व उमेश कनौजिया के गायन तथा मशहूर तबला वादक पवन श्रीवास्तव ने धाम की आभा में चार चाँद लगा दिया और मेला की भीड़ को महोत्सव मे आने पर मजबूर कर दिया।देर शाम महोत्सव के मंच पर सुप्रसिद्ध लोक कवि अशोक बेशरम के संचालन में काव्य धारा का सुरुचि पूर्ण आयोजन हुआ।
प्रसिद्ध हास्य कवि नजर इलाहाबादी ने जहाँ सभी को हंसने व गुदगुदाने पर मजबूर कर दिया। वहीं कानूनविद व महिला काव्य मंच के प्रदेश अध्यक्ष मंजू पांडेय महक जौनपुरी ने श्रृंगार व चेतना के कई गीत प्रस्तुत कर खूब वाह वाही लूटी।मुख्य अतिथि के रूप मे धाम के पुनरोद्धारक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता समाज शेखर ने सभी के प्रति आभार जताते हुए रामगढ़ धाम के विकास मे जाति व धर्म से ऊपर उठकर सभी की भागीदारी से सतत विकास करने का आह्वाहन किया। उन्होंने कहा की जो समाज अपने धरोहरों की रक्षा करता है वह सदैव शक्ति संपन्नता के साथ विकसित होता रहता है।कार्यक्रम का संचालन व संयोजन अध्यक्ष इंद्र भान सिंह व धन्यवाद ज्ञापन सचिन सेवक ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से यमुनापार विकास समिति के अध्यक्ष गजेंद्र प्रताप सिंह, महंत नंद लाल महाराज, प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष छेदी लाल पटेल, कोषाध्यक्ष सीता राम सिंह, प्रदीप सिंह, फूल सिंह, इंद्र सेन सिंह, पुष्प राज सिंह, वितेंद्र पांडेय, शिव सिंह, राम चंद्र पटेल आदि ने अपने विचार रखे।