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दादरी तहसील प्रशासन ने जांच के बाद अपनी स्टेटस रिपोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल

23 Dec 2023 12:22 AM GMT
दादरी तहसील प्रशासन ने जांच के बाद अपनी स्टेटस रिपोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल
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नोएडा: दादरी तहसील के चिपियाना गांव में करीब 800 करोड़ रुपये से अधिक की छह हेक्टेयर जमीन को गलत तरीके से कुछ लोगों के नाम पर दर्ज कर दिया गया. यह जमीन ग्राम समाज की थी, जिसे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए नगर विकास विभाग को दिया गया था. इस जमीन घोटाले के मामले …

नोएडा: दादरी तहसील के चिपियाना गांव में करीब 800 करोड़ रुपये से अधिक की छह हेक्टेयर जमीन को गलत तरीके से कुछ लोगों के नाम पर दर्ज कर दिया गया. यह जमीन ग्राम समाज की थी, जिसे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए नगर विकास विभाग को दिया गया था. इस जमीन घोटाले के मामले में दादरी तहसील प्रशासन ने जांच के बाद अपनी स्टेटस रिपोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की है. रिपोर्ट में यह जमीन गाजियाबाद नगर निगम की बताई गई है.

एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता ने बताया कि चिपियाना गांव में ग्राम समाज की करीब छह हेक्टेयर जमीन थी, जो गाजियाबाद नगर निगम को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए दी गई थी. कुछ लोगों ने साजिश के तहत इस जमीन को अपने नाम पर चढ़वा लिया. इसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन है. हाईकोर्ट ने दादरी तहसील प्रशासन से जमीन को लेकर स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी. तहसील प्रशासन ने हाईकोर्ट में अपनी स्टेटस रिपोर्ट दे दी है, जिसमें इस जमीन को गाजियाबाद नगर निगम का बताया गया है. यह जमीन वर्ष 2013 में ही गाजियाबाद नगर निगम को देते हुए इसका पुर्नग्रहण नगर विकास विभाग के लिए गया था.

उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि इस जमीन को गलत तरीके से 10 से अधिक लोगों के नाम चढ़ा दिया गया, यह जमीन ग्राम समाज की थी. पुर्नग्रहण के बाद वर्ष 2013 में यह जमीन सरकारी रिकॉर्ड में हेराफेरी कर इन लोगों के नाम पर दर्ज की गई और वर्ष 20 में इस मामले में एसडीएम जेवर के भी आदेश करा लिए गए. यह मामला दादरी तहसील का था तो इस मामले में एसडीएम जेवर का आदेश कैसे आया, इसको लेकर अलग से जांच जारी है.

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